कुंदा. बारिश के साथ तेज हवा चलने से सोमवार को नावाडीह गांव के समीप पेड़ की टहनी पति-पत्नी के ऊपर गिर गया, जिससे हरवंश गंझू (62) की मौत हो गयी, जबकि पत्नी दशिया देवी गंभीर रूप से घायल हो गयीं. मृतक के भतीजा संतोष गंझू ने बताया कि भैंस दुहने के बाद चाचा-चाची घर लौट रहे थे. इस दौरान रास्ते पर पेड़ की टहनी टूट कर दोनों पर गिर गयी, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये. दोनों को एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य प्रतापपुर लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए चतरा भेज दिया. वहां दोनों की स्थिति गंभीर देख हजारीबाग रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान चाचा की मौत हो गयी, जबकि चाची का इलाज चल रहा है.
नवजात को बेचे जाने का पकड़ा तूल, जांच शुरू
चतरा. कुंदा थाना क्षेत्र में एक नवजात (बेटा) को बेचे जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. युवती व उसकी मां सभी जगह बयान बदल-बदल कर दे रही है. जिसके कारण नवजात को बेचे जाने का मामला पेचिदा होता जा रहा है. बता दें कि 13 सितंबर को कुंदा थाना क्षेत्र की एक युवती (अविवाहित) को प्रसव पीड़ा हुआ. जिसके बाद युवती के परिजन, सहिया उसे ममता वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आये और सुबह 7:10 बजे भर्ती कराया, जहां 7:40 बजे नॉर्मल डिलेवरी हुआ. इसके बाद से ही छुट्टी लेने में परिजन, सहिया, ममता वाहन चालक लग गये. जबरन 11 बजे उसे स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी ले ली. इस दौरान सहिया, ममता वाहन चालक की मिलीभगत से नवजात को बेच दिया गया. इस मामले की जानकारी होते हुए कुंदा पुलिस जांच पड़ताल में जुट गयी. तत्कालीन थाना प्रभारी सनोज चौधरी ने युवती के घर पहुंच कर पूछताछ की, जिसमें युवती ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. वहीं दूसरी ओर सोमवार को दिनभर नवजात बेचे जाने की बात की चर्चा होती रही. लोग अलग-अलग कारण बता रहे हैं. सीएचसी के स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि धोखा में रख कर अविवाहित युवती का पति का नाम भी दर्ज कराया गया है. जबरन उसे केंद्र से डिस्चार्ज करा कर ले गये. युवती व उसकी मां ने सीएचसी आकर चिकित्सा प्रभारी को लिख कर दिया कि नवजात की मौत रास्ते में ही हो गयी थी, इसलिए उसे फेंक दिया गया. बेचने की बात गलत है. गांव के कुछ लोग बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं. प्रतापपुर थाना प्रभारी कासिम अंसारी ने कहा कि आवेदन मिला है कि नवजात की मौत होने के बाद जंगल में फेंक दिया गया. प्रतापपुर व कुंदा पुलिस संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रही है.डिस्चार्ज करने के लिए प्रेशर बनाने लगे : चिकित्सा प्रभारी : चिकित्सा प्रभारी डॉ कुमार संजीव ने कहा कि युवती की डिलेवरी के बाद जच्चा बच्चा स्वस्थ थे. इसके बाद डिस्चार्ज को लेकर प्रेशर बनाने लगे. किसी तरह की अनहोनी होने पर जिम्मेवारी लेने की बात कहने पर हस्ताक्षर कर डिस्चार्ज कर दिया गया था. नवजात को बेचे जाने के मामले की जांच की जा रही है. मामला सही पाये जाने पर संबंधित के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी.
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