पांच महीने से पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ और चतरा डीएफओ का पद पड़े हैं रिक्त

चतरा वन विभाग में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ का पद रिक्त है तो वहीं डीएफओ का पद भी जुलाई माह से रिक्त है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 13, 2020 11:05 AM

चतरा : पिछले पांच माह से वन विभाग में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ का पद रिक्त है. वहीं चतरा में डीएफओ का पद भी जुलाई माह से रिक्त है. जिसके चलते बिजली एनटीपीसी व झारखंड ऊर्जा संचरण निगम की कई परियोजनाओं में विलंब हो रहा है. वजह है कि इन परियोजनाओं का क्लीयरेंस डीएफओ की अनुशंसा पर ही मिलता है. पर डीएफओ का पद रिक्त है.

दूसरी ओर मुख्यालय में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ के न होने पर वन्य जीव क्षेत्र से गुजरने वाली ट्रांसमिशन लाइन को अनुमति नहीं मिल पा रही है. जिसके कारण झारखंड ऊर्जा संचरण निगम की ट्रांसमिशन लाइन की योजना लंबित है. मार्च 2021 तक एनटीपीसी नोर्थ कर्णपुरा की पहली यूनिट से उत्पादन शुरू होना है :

गौरतलब है कि नोर्थ कर्णपुरा में एनटीपीसी द्वारा 660 मेगावाट की तीन यूनिट समेत कुल 1980 मेगावाट के पावर प्लांट का निर्माण कार्य चल रहा है. एनटीपीसी द्वारा 660 मेगावाट की पहली यूनिट के उत्पादन का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतिम तिमाही यानी 31 मार्च 2021 तक रखा गया है. नोर्थ कर्णपुरा से उत्पादित बिजली को चंदवा स्थित सेंट्रल ग्रिड से जोड़ा जाना है.

400 केवीए क्षमता के लगभग 100 किमी का लाइन बनाने का काम नोर्थ कर्णपुरा ट्रांशमिशन लिमिटेड (एनकेटीएल) द्वारा चल रहा है. पर चतरा साइड में करीब 12 टावर के फॉरेस्ट क्लीयरेंस की अनुशंसा डीएफओ के न होने के कारण नहीं भेजी जा सकी है. इस कारण एनटीपीसी के मार्च 2021 के लक्ष्य में विलंब की आशंका जतायी जा रही है.

इसी तरह झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड की परियोजना भी लंबित है.चतरा के इटखोरी में वर्ष 2016 से ही 64.28 करोड़ की लागत से ग्रिड बनकर तैयार है. इसे लातेहार से जोड़ा जाना है. लातेहार से जोड़ने के लिए ट्रांसमिशन लाइन का काम 95 प्रतिशत हो चुका है. पर पांच प्रतिशत काम के लिए चार वर्षों से यह योजना लंबित है. वजह है कि वन विभाग से अबतक 10 प्रतिशत काम के लिए कार्य अनुमति नहीं मिली है. वन विभाग को लाइन के वन्य जीव क्षेत्र से गुजरने के कारण एतराज है. कहा गया है कि इसकी अनुमति पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ ही दे सकते हैं.

इधर पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ का पद रिक्त है. ट्रांसमिशन लाइन के लिए स्टेज वन फॉरेस्ट क्लीयरेंस लिया जा चुका है. इसके लिए राशि भी जमा कर दी गयी है. वाइल्ड लाइफ मैनेजमेंट प्लान भी जमा कर दिया गया है. तीन किमी पर लाइन बनायी जानी है. इसे सितंबर 2020 में ही चालू करने की योजना बनी थी. पर अबतक कार्य अनुमति नहीं मिलने से काम शुरू नहीं हो सका है.

जुलाई 2020 से चतरा डीएफओ का पद रिक्त पड़ा है
विभाग के स्तर पर लंबित है पदस्थापन का मामला

बताया गया कि ये दोनों ऐसे महत्वपूर्ण पद हैं, जहां शायद ही एक सप्ताह से ज्यादा कभी पद रिक्त रहा हो. पर यह पहला मौका है जब पांच-पांच माह से पद रिक्त है. वन विभाग द्वारा अभी तक किसी पदाधिकारी को इन दोनों पदों पर पदस्थापित नहीं किया गया है.

रिक्त पदों की सूची

पीसीसीएफ वन्य प्राणी

एपीसीसीएफ एचआरडी

एपीसीसीएफ वन निगम

सीएफ गिरिडीह

सीएफ देवघर

सीएफ वर्क एंड प्लान देवघर

सीएफ जमशेदपुर

सीएफ वर्क एंड प्लान जमशेदपुर

सीएफ गुमला

सीएफ चतरा

सीएफ गढ़वा

सीएफ मॉनिटरिंग मुख्यालय

डीएफओ वाइल्ड लाइफ रांची

डीएफओ पाकुड़

डीएफओ चतरा साउथ

डीएफओ सोशल फॉरेस्ट्री रांची

डीएफओ सोशल फॉरेस्ट्री लातेहार

डीएफओ पब्लिसिटी रांची

डीएफओ मॉनटरिंग एवं प्लानिंग

डीसीएफ ट्राइबल एरिया

डीसीएफ ट्राइबल सेल

डीसीएफ वर्ल्ड बैंक

posted by : sameer oraon

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