सड़क नहीं बनने से लोग नाराज, कहा सड़क नहीं, तो वोट नहीं
विधायक किशुन दास के खिलाफ लगाये नारे लगे
सिमरिया. प्रखंड की चोपे पंचायत के ग्रामीण सोमवार को सड़क पर उतर आये और सड़क नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाये. विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की बात कही. विधायक किशुन दास के खिलाफ नारेबाजी की. ग्रामीणों ने कहा कि बिरहु चौक से लेकर बड़गांव तक लगभग 12 किमी सड़क जर्जर हो गयी है, जिससे आवागमन में परेशानी हो रही हैं. बारिश का पानी गड्ढों में जमा रहता है, जिसके कारण आये दिन दुर्घटनाएं हो रही है. बच्चो को स्कूल आने-जाने में दिक्कत हो रही है. पंचायत की आबादी लगभग सात हजार है. गांव की यह मुख्य सड़क है. इस सड़क से काफी संख्या में लोग जिला व प्रखंड मुख्यालय आते जाते हैं. ग्रामीण 10 वर्षों से सड़क बनाने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन सांसद, विधायक व पदाधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं हैं. विधायक किशुन दास ने चुनाव के दौरान सड़क बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी सड़क नहीं बनी. नेताओं के गांव में प्रवेश पर रोक : ग्रामीण मुंशी साव ने कहा कि कई वर्षों से सड़क की मांग करते आ रहे हैं. जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि बरसात के दिनों में सड़क पर चलना दूभर हो जाता है. बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं. शंकर उपाध्याय ने कहा कि मरीजों को सिमरिया, हजारीबाग ले जाने में काफी दिक्कत होती है. मुखिया प्रतिनिधि संजय सिंह भोगता ने कहा कि किसानों द्वारा उत्पादित साग-सब्जियों को बाजार तक ले जाने में दिक्कत होती हैं. रघुनंदन प्रसाद, महावीर साव, मंजीत कुमार, भोला गंझू, अरविंद कुमार यादव, राजकुमार राणा, मुख्तार खान, विपिन पासवान, सुनील रविदास, धर्मेंद्र कुमार, अजय यादव, मनोज ठाकुर, मोती टूटी, सुनील यादव, रंजीत यादव, त्रिलोकी कुमार साव ने कहा कि सड़क नहीं बनी, तो विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे. नेताओे के गांव में प्रवेश पर रोक लगायी जायेगी.
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