चतरा. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सर्वसनातन समाज द्वारा जनाक्रोश रैली निकाली गयी. वहीं व्यवसायियों ने अपनी दुकानें बंद रख कर आंदोलन का समर्थन किया. रैली झुमड़ा मुहल्ला से शुरू होकर शहर का भ्रमण करते हुए समाहरणालय पहुंच कर सभा में तब्दील हो गयी. सभा में मुख्य अतिथि के रूप में विभाग कुटुंब प्रबोधन प्रमुख सुबोध सिंह शिवगीत व प्रांत मुख्य मार्ग प्रमुख नित्यानंद उपाध्याय उपस्थित थे. मौके पर श्री शिवगीत ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर बांग्लादेश सरकार द्वारा अत्याचार किया जा रहा है. महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना हो रही है. बांग्लादेश भूल गया कि उसका जन्म भारत की वजह से हुआ है. पाकिस्तान के कहने पर वहां रह रहे हिंदुओं के पर अत्याचार किया जा रहा हैं, जो बर्दाश्त लायक नहीं हैं. चतरा के हिंदू-मुस्लिम ने जनाक्रोश रैली का समर्थन कर बता दिया कि भारत के हिंदु-मुस्लिम एक हैं. जिप उपाध्यक्ष बिरजू तिवारी ने कहा कि बांग्लादेश के हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. बांग्लादेश सरकार इस पर अविलंब रोक लगाये. सभा को भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव सिंह भोगता, विद्यासागर आर्य, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अनामिका देवी समेत कई ने संबोधित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता अंबिका सिंह भोगता ने की. इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक राजेश साह, विहिप जिलाध्यक्ष भुनेश्वर साहु, जिला मंत्री सुधीर कुमार, बजरंग दल संयोजक अंकित पांडेय, ओमप्रकाश वर्मा, अशोक शर्मा, अभिषेक कुमार केशरी, मनोरमा देवी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. राष्ट्रपति के नाम पांच सूत्री ज्ञापन सौंपा जनाक्रोश रैली व सभा के बाद राष्ट्रपति के नाम पांच सूत्री ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया, जिसमें बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगाने, इस्कॉन के सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को कारावास से मुक्त करने, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों काे संरक्षण देने, भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के प्रयास जारी रखे, इसके समर्थन में वैश्विक अभिमत बनाने के लिए कदम उठाये आदि मांग शामिल है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है