सिलदाग पंचायत को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क की आज तक मरम्मत नहीं हुई. इसकी मरम्मत हो जाने से यहां के लोग कम दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय पहुंच सकते हैं. सड़क के अभाव में बरसात के दिनों में पंचायत के लोगों को प्रखंड व जिला मुख्यालय आने-जाने में काफी परेशानी होती है. उक्त पंचायत के अधिकतर लोग लावालौंग मुख्य बाजार खरीद-बिक्री करने आते हैं.
उक्त पथ से हांहे, सोरू, सिलदाग, महुआडीह, नावाडीह, बनवार समेत कई गांव के लोग आते-जाते हैं. सिलदाग जाने के लिए मंधनिया होकर 20 वर्ष पूर्व पक्की सड़क बनायी गयी थी, जो पूरी तरह उखड़ चुकी है. बोल्डर बाहर निकल आया है. इस पर बाइक तो दूर, पैदल चलना भी लोगो को दूभर हो गया है.
सड़क खराब होने के कारण वाहन चालक उस रास्ते से आने जाने में कतराते हैं. एक अन्य पथ लावालौंग-हांहे पथ चार वर्ष पूर्व बनना शुरू हुआ था, लेकिन वन विभाग द्वारा निर्माण कार्य रोक दिया गया, जिसके कारण आजतक सड़क नहीं बन पायी. संवेदक ने वन विभाग से एनओसी लेने का प्रयास किया, लेकिन वन्य प्राणी अश्रायणी क्षेत्र होने के कारण एनओसी नहीं मिला, जिसके कारण सड़क का निर्माण कार्य अधूरा रह गया.
सोरू गांव के बाबूलाल यादव ने बताया कि सड़क नहीं रहने से प्रखंड मुख्यालय आने जाने में काफी परेशानी होती है. बीमार लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लावालौंग लेकर आने में काफी दिक्कत होती है. पूर्व मुखिया चन्नू गंझू ने बताया कि सड़क को लेकर कई बार उपायुक्त से आग्रह किया गया, लेकिन वन विभाग द्वारा एनओसी नहीं मिलने के कारण सड़क नहीं बन पायी.