पिपरवार : बनहें के ग्रामीणों के विरोध के बावजूद गरही नदी से बालू की तस्करी बदस्तूर जारी है. अब तस्कर नदी के दूसरी छोर कारो मौजा से बालू का उठाव कर रहे हैं. उस क्षेत्र में ट्रेंच नहीं खोदा गया है. शुक्रवार को भी बिना किसी भय के तस्कर ट्रैक्टर से बालू का उठाव करते देखे गये. बालू ले जा रहे एक ट्रैक्टर चालक से जब पूछा गया कि बालू किसकी इजाजत से ले जा रहे हो. पुलिस पकड़ लेगी तब क्या करोगे. चालक ने बताया कि मालिक की राजधर पुलिस से बात हो गयी है.
इधर, टंडवा सीओ राजेंद्र दास ने बताया कि वे रात में छापेमारी के लिए गये थे. पर, वहां कोई ट्रैक्टर नहीं दिखा. उन्होंने कहा कि फुर्सत मिलते ही वे बालू तस्करों के खिलाफ अभियान चलायेंगे. इधर, बनहें के ग्रामीण नदी से बालू की तस्करी नहीं रूकने पर काफी आक्रोशित दिखे. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तस्करों को राजधर पुलिस पिकेट का संरक्षण प्राप्त है. पुलिस अवैध वसूली के लिए दिन में कई बार पहुंच जाती है. पुलिस की मौजूदगी से अनजान ग्रामीण जब पीएम आवास निर्माण के लिए बालू लेने जाते हैं, तो पुलिस उन्हें पकड़ लेती है. बताया कि बुधवार को भी पुलिस ने गांव के एक ट्रैक्टर को पकड़ लिया था.
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इसके बाद ही ग्रामीण बालू तस्करी के खिलाफ कार्रवाई की. ग्रामीण बहुत जल्द टंडवा सीओ से मिल कर राजधर पुलिस की संलिप्तता को उजागर करने की तैयारी कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि प्रार्थी अजय प्रसाद ने एकल पीठ के आदेश का अनुपालन कराने की मांग की है. एकल पीठ ने समान काम के बदले समान वेतन देने के मामले में आदेश पारित किया है, जिसका अनुपालन सरकार की ओर से नहीं किया गया है. इस मामले में राज्य सरकार ने खंडपीठ के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर कर चुनाैती दी है.