टंडवा : शिवपुर रेलवे साइडिंग विस्थापित रैयत संघर्ष मोर्चा ने मगध व आम्रपाली के महाप्रबंधक को छह सूत्री मांग पत्र सौंपा है. इसमें कहा गया है कि हांडू, शिवपुर, गोडवार, घाघरा, कबरा, पोकला उर्फ कसियाडिह के अधिकतर प्रभावित रैयत हैं. उन्हीं गांव के रैयतों का जमीन साइडिंग के दोनों तरफ पड़ता है, जिससे यहां के लोगों को अधिक नुकसान हो रहा है.
इसके बावजूद यहां के रैयतों को न रोजगार से जोड़ा गया है और न ही सीएसआर के तहत कोई कार्य किया जा रहा है. मांगों में अधिग्रहित जमीन का बकाया मुआवजा भुगतान, साइडिंग के आसपास के प्रभावित गांवों में प्रदूषण नियंत्रन मापदंड का पालन, साइडिंग के किनारे स्थित खेतों में लगी फसलों के नुकसान का मुआवजा, सीएसआर अंतर्गत बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि की व्यवस्था करने समेत अन्य मांग शामिल हैं.
मांग पत्र में समस्याओं के समाधान के लिए महाप्रबंधक को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है. मांग पूरी नहीं होने पर रेलवे साइडिंग का कार्य बंद करने की चेतावनी दी गयी है. मौके पर मोर्चा के अध्यक्ष महेश महतो, सचिव लोकनाथ गंझू, कोषाध्यक्ष नागेश्वर उरांव, उपाध्यक्ष लखन गंझू, मीडिया प्रभारी उमेश कुमार गंझू शामिल थे.
Post by : Pritish Sahay