चतरा में बिना चालान के हाइवा से बिहार भेजा जा रहा है स्टोन चिप्स, विभाग मौन
झारखंड से बिहार बिना चालान के स्टोन चिप्स (छरी) भारी मात्रा में भेजा जा रहा है. रात के अंधेरे में हाइवा के माध्यम से चिप्स भेजा जा रहा है. स्थानीय पुलिस व खनन विभाग की मिलीभगत से हर रोज 20 से 25 हाइवा चिप्स बिहार जा रहा है
झारखंड से बिहार बिना चालान के स्टोन चिप्स (छरी) भारी मात्रा में भेजा जा रहा है. रात के अंधेरे में हाइवा के माध्यम से चिप्स भेजा जा रहा है. स्थानीय पुलिस व खनन विभाग की मिलीभगत से हर रोज 20 से 25 हाइवा चिप्स बिहार जा रहा है. शाम होते ही हंटरगंज के गोसाईडीह स्थित झारखंड-बिहार सीमा से होकर छर्री लदा हाइवा गुजरने लगता है. बिना चालान के छर्री बिहार भेजे जाने से सरकार को लाखों रुपये का राजस्व का नुकसान हो रहा है.
जिले के विभिन्न क्रशर से हाइवा छर्री लेकर बिहार जाता है. एक ओर जहां बिना चालान के हाइवा छर्री लेकर बिहार जा रहा है, वहीं दूसरी ओर जिले में कार्य करा रहे संवेदकों को छर्री नहीं मिलने के कारण दिक्कत हो रही है. समय पर कार्य पूरा नहीं करा पा रहे हैं. झारखंड के छर्री से बिहार की सड़कें बन रही हैं. छर्री के साथ-साथ अवैध रूप से बालू भी भारी मात्रा में बिहार भेजा जा रहा हैं.
नीलाजन नदी से अवैध रूप से बालू का उठाव कर रात के अंधेरे में बड़े-बड़े वाहनों से बालू की तस्करी की जा रही है. शाम ढलते ही तस्कर सक्रिय हो जाते हैं. पुलिस व खनन विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं किये जाने से तस्करो का मनोबल बढ़ा हुआ है. यही वजह है कि बालू व छर्री बिहार भेजा जा रहा हैं. इस संबंध में डीएमओ गोपाल दास ने बताया कि बिना चालान के छर्री ले जाना गलत है. इस मामले की जांच करायी जायेगी. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. कुछ दिन पूर्व इटखोरी में बिना चालान के पांच वाहनों पर कार्रवाई की गयी थी. कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.