केंद्र सरकार ने सरसों की खेती के लिए झारखंड को चुना हैं : कुलपति
प्रखंड के मैराग गांव में शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा सरसों प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया. उद्घाटन बिरसा कृषि विश्वविद्यालय रांची के कुलपति डॉ सुनील चंद्र दुबे ने किया.
प्रतापपुर. प्रखंड के मैराग गांव में शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा सरसों प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया. उद्घाटन बिरसा कृषि विश्वविद्यालय रांची के कुलपति डॉ सुनील चंद्र दुबे ने किया. मौके पर श्री दुबे ने कहा कि झारखंड में सरसों की खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने कई पहल की है. सरसों की खेती से राज्य के किसानों को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि सरसों की खेती के लिए केंद्र सरकार ने झारखंड को चुना है. सरसों की खेती को बढ़ाने के लिए नयी किस्म व उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल करने से किसानों की आमदनी बढ़ेगी. कम बारिश में भी इसकी खेती की जा सकती है. मौके पर केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ रंजय कुमार सिंह ने बताया कि जिले में फिलहाल लगभग दस हजार हेक्टेयर भूमि पर सरसों की खेती की जा रही है. इसकी औसत उपज आठ से 10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, जो अन्य जिलों की अपेक्षा कम हैं. मिट्टी व अन्य संसाधन का समुचित उपयोग कर उपज क्षमता बढ़ायी जा सकती है. इस अवसर पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी निखहत परवीन, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ पीके सिंह, डॉ अरुण कुमार, वैज्ञानिक विनोद कुमार पांडेय, धर्मा उरांव, उपेंद्र कुमार सिंह, मो जुनैद आलम, अभिजीत घोष, अभिषेक घोष सहित अन्य उपस्थित थे.
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