झोलाछाप ने महिला का कराया प्रसव, बच्चे की स्थिति नाजुक
ड्यूटी के समय भी चिकित्सक व एएनएम गायब रहते हैं,
लावालौंग. प्रखंड के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी के समय भी चिकित्सक व एएनएम गायब रहते हैं, जिसके कारण लोगों को झोलाछाप से इलाज कराना पड़ता है. जहां जान जाने का खतरा बना रहता है. होली के दिन बांदो गांव की गर्भवती महिला सुदामा देवी को प्रसव पीड़ा होने पर सहिया उसे मुन्ना कुमार नामक एक नर्सिंग होम में ले गयी, जहां प्रसव कराया गया. प्रसव के बाद बच्चा कमजोर था. उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग ले जाना पड़ा. हजारीबाग में बच्चे की मां को बुलाया जा रहा था, लेकिन झोलाछाप ने पूरा पैसा भुगतान करने के बाद ही जाने की बात कह रहा था. परिजनों ने मामले को पुलिस तक ले जाने की बात कही. इसके बाद महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया. इस संबंध में सहिया सरिता देवी ने बताया कि होली का दिन होने के कारण अस्पताल में कोई भी नहीं था, जिसके कारण निजी क्लिनिक में ले जाना पड़ा. ग्रामीणों का कहना हैं कि सहिया चंद पैसे के लोभ में गर्भवती महिलाओंं को निजी क्लिनिक में ले जाती है. चिकित्सा प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि होली को देखते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो चिकित्सक व दो एएनएम को 24 घंटे की ड्यूटी दी गयी थी, अस्पताल बंद होने की जानकारी नहीं है. जांच करूंगा. मामला सहीं पाये जाने पर चिकित्सक व एएनएम के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. बताया जा रहा कि मुन्ना कुमार नामक उक्त नर्सिंग होम का संचालन अवैध रूप से किया जा रहा है. वहीं मुन्ना कुमार ने कहा कि महिला का नॉर्मल प्रसव कराया गया है. बच्चा काफी कमजोर था. जबरन क्लिनिक में महिला को नहीं रखा गया. महिला की स्थिति काफी खराब थी, कहीं रेफर करते, तो जच्चा-बच्चा दोनों का खतरा था.