कुंदा-प्रतापपुर सड़क पर दो वर्षों में ही पड़ने लगी दरारें
गुणवत्ता की पोल खुलने लगी है.
कुंदा. कुंदा से प्रतापपुर कालीकरण सड़क निर्माण किया गया है. निर्माण कार्य पूरा होने के दो वर्ष बाद भी इसकी गुणवत्ता की पोल खुलने लगी है. सड़क जगह-जगह टूटने लगी है. सड़क में दरारें आने लगी हैं. सड़क का निर्माण पीएमजीएसवाई के तहत ग्रामीण विकास विभाग की देखरेख में पांच करोड़ 41 लाख की लागत से संवेदक रमेश राम कंस्ट्रक्शन द्वारा कार्य किया गया था. सड़क का निर्माण कार्य 31 दिसंबर 2020 को शुरू किया गया था, 30 दिसंबर 2021 तक इसे पूर्ण करने की योजना थी. हालांकि निर्धारित समय पर सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं पाया था. इसके बाद भी दो वर्षों में ही सड़क का हाल बेहाल हो गया है. कुंदा से प्रतापपुर जाने में कई जगहों पर सड़क उखड़ गयी है और गड्ढा का रूप ले लिया है. वहीं बारिश के पानी से सड़क के किनारे फ्लैक में भरी गयी मिट्टी भी बह गयी है, जिससे वाहनों के आवागमन में परेशानी हो रही है. कुंदा मुख्य चौक के समीप बारिश का पानी जमा होने के कारण सड़क पर बड़ा गड्ढा हो गया है, जो बारिश में तालाब का रूप ले लिया है. वाहन चालकों की परेशानी को देखते हुए कुंदा मुखिया मनोज कुमार साहू ने अपने निजी खर्च से गड्ढा को भर कर उसे जेसीबी की मदद से समतल कराया. ग्रामीण व जनप्रतिनिधियों ने उपायुक्त से सड़क की गुणवत्ता की जांच कर संवेदक के खिलाफ कार्रवाई करने व सड़क की मरम्मत कराने की मांग की है.
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