मन मोह लेती है भवानी मठ की वादियां
प्रखंड के नवादा अभयारण्य में स्थित भवानी मठ की हसीन वादियां सैलानियों को आकर्षित कर रही है. यह स्थल तीन ओर पहाड़ियों से घिरा हुआ है.
सिमरिया. प्रखंड के नवादा अभयारण्य में स्थित भवानी मठ की हसीन वादियां सैलानियों को आकर्षित कर रही है. यह स्थल तीन ओर पहाड़ियों से घिरा हुआ है. इसके मध्य एक प्राचीन मंदिर स्थित है. मंदिर में मां भवानी की काले रंग की दुर्लभ प्रतिमा स्थापित है. पुरातात्विक विशेषज्ञ इस मंदिर को कुषाण वंश काल में निर्मित बताते है. भवानी मठ का संपूर्ण परिसर पुरातात्विक विशेषताओं से परिपूर्ण है. बिखरे मृदभांड के टुकड़े किसी प्राचीन सभ्यता के दबे होने का प्रमाण देता हैं. मंदिर के समीप एक विशाल बरगद के पेड़ मौजूद है, जिसके नीचे लौह अयस्क के अवशेष बिखरे पड़े है. नववर्ष पर पहुंचने वाले सैलानी उक्त स्थलों का देखते हैं. लोग परिवार के साथ यहां पहुंच कर मां भवानी का दर्शन व पूजा पाठ कर नववर्ष की शुरुआत करते हैं. पहाड़ से निकलता झरना का पानी कभी नहीं सूखता, यह लोगो को भाता हैं. झरना के ऊपर पक्षियों का झुंड इस कदर परवाज करता कि इसे घंटों निहारने का जी चाहता है.
ऐसे पहुंचे
भवानी मठ पहुंचने के लिए सबसे पहले सिमरिया चौक अथवा जबड़ा चौक पहुंचना होगा. सिमरिया चौक से पश्चिम दिशा की ओर आठ किमी, जबकि जबडा से पूर्व दिशा की ओर सात किमी सड़क मार्ग पर भवानी मठ स्थित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है