मिनी जलमीनार का कार्य अधूरा, घरों तक नहीं पहुंच रहा पानी
: संवेदकों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं लोग
: संवेदकों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं लोग : कई जगह न तो पाइप बिछाया गया, न नल लगाये गये चतरा. संवेदकों की लापरवाही के कारण हर घर जल नल योजना पत्थलगड्डा प्रखंड में बेकार साबित हो रही है. सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. इससे लोगों में गहरी नाराजगी है और वे संवेदकों के अलावा सरकार के अधिकारियों को भी कोस रहे हैं. पत्थलगड्डा प्रखंड के नावाडीह सुभाष चौक शिव मंदिर के पास मिनी जलमीनार का निर्माण कार्य आधा अधूरा कर छोड़ दिया गया है, जिससे लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है. ग्रामीणों की मानें, तो संवेदक ने जैसे-तैसे जलमीनार लगा कर छोड़ दिया है. न पाइप बिछाया गया है और न ही नल लगाया गया है, जिसके कारण घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है. बता दें कि पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल द्वारा जल जीवन मिशन के तहत सोलर आधारित लघु ग्रामीण जलापूर्ति योजना से करीब साढ़े आठ लाख की लागत से जलमीनार लगायी गयी है. इस जलमीनार से करीब 25 घरों में जलापूर्ति करने की योजना थी, लेकिन एक भी घर तक पानी नहीं पहुंच रहा है. एक ओर भीषण गर्मी, तो दूसरी ओर जल संकट, ऐसे में लोगों की परेशानी और बढ़ गयी है. चौक के बगल स्थित नावाडीह झील आहर पूरी तरह सूख चुका है, जिसका असर आसपास के कुओं व चापानल पर पड़ा है. ज्यादातर कुएं सूख गये हैं. इसके अलावा गांव में कई जगह मिनी जलमीनार लगायी गयी है, लेकिन इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है. कई जलमीनार को पुराना व निजी चापानल से जोड़ दिया गया है, तो कई जलमीनार खराब पड़ी हैं, तो कई जलमीनार का कार्य आधा अधूरा पड़ा है. जलमीनार लगाने में संवेदकों ने अनियमितता बरती है. प्रखंड की दो पंचायत नावाडीह व बरवाडीह में जलमीनार लगाने के लिए साढ़े सात करोड़ का टेंडर किया गया था. अब संवेदक आधा अधूरा कार्य कर पैसे निकासी की फिराक में है.
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