हंटरगंज. प्रखंड के बुढ़ीगड़ा गांव की एक विवाहिता को उसके ससुराल वालों ने दहेज के लिए बच्चों के साथ घर से बाहर निकाल दिया. महिला अपने दो मासूम बच्चों के साथ दर-दर की ठोकरें खा रही है. पीड़िता कविता देवी ने वशिष्ठ नगर थाना व एसपी को आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगायी है. कविता देवी ने बताया कि वर्ष 2010 में उसकी शादी हुई थी. पांच साल तक ठीक ठाक चला. इसके बाद 50 हजार नकद व एक बाइक की मांग करने लगे. इस दौरान उसके माता-पिता का निधन हो गया, जिसके कारण नकद व बाइक नहीं दे पाये. पति जितेंद्र भुईयां अपने माता-पिता के साथ मिल कर उसे दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे. दो माह पूर्व पति पैनीकला गांव निवासी सरिता देवी से दूसरी शादी कर ली. इसके बाद ससुराल वालों ने मिल कर उसे घर से निकाल दिया. इसे लेकर कई बार बैठक हुई, जिसमें ससुराल वालों को कहा गया कि कविता को अपने घर में रखें. लेकिन घर जाने के बाद मारपीट कर भगा देते हैं. एक बार कविता देवी की हत्या का प्रयास भी उसके पति, सास, ससुर द्वारा किया गया. किसी तरह अपने ससुराल से भाग कर उसने अपनी जान बचायी. मायके में माता-पिता के निधन हो जाने व ससुराल से निकाल दिये जाने के बाद कविता देवी अपने दो बच्चों के साथ दर-दर ठोकरे खा रही है. महिला ने एसपी से न्याय की गुहार लगायी है.
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