जोरी. एक बार फिर झोलाछाप के चक्कर में एक युवक की जान चली गयी. झोलाछाप ने वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के दंतार (महुआतर) गांव निवासी सत्येंद्र यादव (40) की जान ली है. सत्येंद्र की मौत सदर अस्पताल में शनिवार को हो गयी. बुधवार की रात खाना बनाने के दौरान वह झुलस गया था. शरीर का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा जल गया था. उसे इलाज के लिए बाहर ले जाया जा रहा था. इस दौरान झोलाछाप शिवशंकर प्रसाद शर्मा उर्फ ठाकुर ने जला हिस्सा को ठीक करने की गारंटी ली और अपने क्लिनिक में ले गया. झोलाछाप ने उसे ठीक करने के लिए परिजनों से एक लाख रुपये की मांग की. जिस पर परिजनों ने 50 हजार रुपये दिया. झोलाछाप ने दो दिनों तक अपने पास रखा. स्थिति ज्यादा गंभीर होने पर परिजनों को दूसरे अस्पताल ले जाने की बात कही. परिजन शनिवार को शिवशंकर ठाकुर को साथ लेकर सत्येंद्र को सदर अस्पताल चतरा लाये, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. सत्येंद्र की मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजन सत्येंद्र की मौत के लिए झोलाछाप चिकित्सक को ही जिम्मेवार मान रहे हैं. उसकी मौत के बाद झोलाछाप सदर अस्पताल से फरार हो गया. इस संबंध में मृतक की पत्नी सुनीता देवी ने थाना में आवेदन देकर झोलाछाप के खिलाफ मामला दर्ज कराया हैं.
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