मेडिका के बाद राज अस्पताल में अधिक बिल लेने का मामला
मेडिका अस्पताल के बाद अब राज अस्पताल में इलाज के अधिक बिल का मामला सामने आया है.
रांची : कोरोना संकट होने तथा सरकार की सख्ती के बाद भी राजधानी के निजी अस्तपाल मरीजों से मनमाना पैसा वसूल रहे हैैं. मेडिका अस्पताल के बाद अब राज अस्पताल में इलाज के अधिक बिल का मामला सामने आया है.
पलामू निवासी मरीज राजकुमारी देवी से पांच दिन में इलाज के नाम पर 2.16 लाख रु लेे लिये गये. परिजनों का कहना है कि एक बार कोरोना पॉजिटिव बताया गया. वहीं दूसरी बार निगेटिव होने की रिपोर्ट दी गयी. अधिक खर्च होने पर रिम्स के कोविड अस्पताल में रेफर करने का आग्रह किया गया, लेकिन छुट्टी नहीं दी जा रही है.
परिजनों का कहना है कि राजकुमारी को सिर में चोट लगने पर आठ सितंबर को पलामू से रांची लाकर राज अस्पताल मेें भर्ती कराया गया. दो दिन के इलाज के बाद अस्पताल द्वारा सिर के ऑपरेशन की सलाह दी गयी. अॉपरेशन में 1.05 लाख खर्च होने का इस्टीमेट दिया गया.
कोरोना की जांच कराने की बात बतायी गयी. 10 सितंबर को निजी जांच लैब डॉ लाल पैथोलॉजी से आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल लिया गया. इसके बाद परिजनों को 11 सितंबर को पॉजिटिव होने की सूचना दी गयी. इसके बाद राज अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल के पैड पर 11 सितंबर को पॉजिटिव बताते हुए दूसरे जगह भर्ती कराने के लिए कहा गया. परिजन मरीज को रिम्स लाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन बेड नहीं मिल पा रहा था.
आयुष्मान भारत योजना का कार्ड, लेकिन नहीं मिला लाभ : मरीज के परिजनों का कहना है कि उनके पास आयुष्मान भारत योजना का कार्ड भी है, लेकिन इसका लाभ अस्पताल मेें नहीं मिला. कहा कि नगद देना पड़ेगा.
posted by : sameer oraon