झमाझम बारिश में झूमकर चले कांवरिये, 1.04 लाख भक्तों ने चढ़ाया जल
श्रावणी मेला धीरे-धीरे परवान चढ़ने लगा है. मेला का पहले दिन सोमवार को अप्रत्याशित भीड़ के बाद मंगलवार को कांवरियों की भीड़ में थोड़ी कमी देखी गयी. इस दौरान रात 7:45 बजे पट बंद होने तक कुल 104014 कांवरियों ने जलार्पण किया.
संवाददाता, देवघर : श्रावणी मेला धीरे-धीरे परवान चढ़ने लगा है. मेला का पहले दिन सोमवार को अप्रत्याशित भीड़ के बाद मंगलवार को कांवरियों की भीड़ में थोड़ी कमी देखी गयी. इस दौरान रात 7:45 बजे पट बंद होने तक कुल 104014 कांवरियों ने जलार्पण किया. इसमें मुख्य अरघा से 63090, बाह्य अरघा से 39452 तथा शीघ्र दर्शनम कूपन से 1472 कांवरियों ने जल चढ़ाया. बेहतर व्यवस्था के कारण बाबा मंदिर में तेज गति से जलार्पण हो रहा है. श्रावणी मेले में कांवरियों का उत्साह देखते ही बन रही है. बाबा मंदिर से लेकर कांवरिया पथ तक कांवर में लगे घुंघरू की झंकार सुनायी दे रहे हैं. वहीं हरेक रास्ते में बोल बम के जयघोष गूंज रहे हैं. मंगलवार को रुक-रुक कर हो रहे रिमझिम बारिश से कांवरियों को काफी राहत मिल रही थी. बेहतर मौसम को देखते हुए रात के दो बजे से ही कांवरिये जलार्पण के लिए कतार में लग गये थे. बाबा मंदिर का पट खुलने के पूर्व कांवरियों की कतार जलसार पार्क तक पहुंच गयी थी. वहीं दैनिक पूजा होने के बाद सुबह चार बजे से आम कांवरियों को जलार्पण को लेकर पट खोल दिया गया. वहीं दिन के आठ बजे से कूपन का काउंटर भी खोल दिया गया. दिन के 12 बजे तक आये कांवरियों को जलसार पार्क के रास्ते से शिवराम झा चौक होते हुए तय रूट लाइन से मंदिर तक भेजने की व्यवस्था जारी रही. दोपहर 12 बजे के बाद भीड़ कम होते ही मानसरोवर ओवर ब्रिज से प्रवेश कराया जा रहा था. कम भीड़ होने के कारण मंदिर का पट भी पौने आठ बजे तक बंद कर दिया गया.
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