Loading election data...

ओपीडी पर्ची के देने होंगे 10 रुपये, मरीजों को वाहन के भी लगेंगे शुल्क

वघर सदर अस्पताल के आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) में इलाज कराना अब और महंगा हो गया है. ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों को अब पर्ची के लिए पांच रुपये की बजाय 10 रुपये देने होंगे. इसके साथ ही सदर अस्पताल के लैब में विभिन्न प्रकार की जांच के लिए भी शुल्क बढ़ा दिये गये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 4, 2024 8:45 PM
an image

संवाददाता, देवघर.

देवघर सदर अस्पताल के आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) में इलाज कराना अब और महंगा हो गया है. हाल ही में हुई अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक के बाद उपायुक्त के आदेशानुसार और स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद, ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों को अब पर्ची के लिए पांच रुपये की बजाय 10 रुपये देने होंगे. इसके साथ ही सदर अस्पताल के लैब में विभिन्न प्रकार की जांच के लिए भी शुल्क बढ़ा दिये गये हैं. इसके अलावा, अस्पताल परिसर में वाहन पार्किंग के लिए भी राशि का भुगतान करना अनिवार्य होगा, जिसमें एंबुलेंस, तीन पहिया वाहन जैसे ऑटो, टोटो और चार पहिया वाहनों के लिए भी शुल्क निर्धारित किया गया है. इन फैसलों ने मरीजों और उनके परिवारों के बीच चिंता और असंतोष पैदा कर दिया है. इन नयी दरों और शुल्कों से मरीजों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा, जिससे इलाज कराना उनके लिए और अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है.सुबह आठ से एक बजे तक ही कटेगी पर्ची

हाल ही में संपन्न हुई अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक के बाद, सदर अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को अब रजिस्ट्रेशन पर्ची के लिए 10 रुपये देने होंगे, जो पहले पांच रुपये थी. इससे मरीजों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ेगा. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य के अन्य किसी जिले में ओपीडी के लिए इतनी अधिक पर्ची शुल्क नहीं लगायी जा रही है. सदर अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 600 मरीज आते हैं, जिनसे पहले 3000 रुपये की आय होती थी, लेकिन अब यह आय दोगुनी होकर 6000 रुपये हो जायेगी. हालांकि, पर्ची कटाने का समय सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक ही रखा गया है, जिसके बाद मरीजों को इमरजेंसी ओपीडी में ही इलाज कराना होगा.

लैब जांच की दरों में भी बढ़ोतरी

रजिस्ट्रेशन पर्ची की बढ़ी हुई दर के साथ-साथ, सदर अस्पताल में विभिन्न प्रकार की लैब जांचों के लिए भी शुल्क बढ़ा दिया गया है. मरीजों को अब खून और अन्य जांचों के लिए अधिक पैसे देने होंगे. इसके अलावा, जांच कराने का समय भी अस्पताल प्रबंधन द्वारा निर्धारित किया गया है. दोपहर एक बजे तक ही जांच की जायेगी, इसके बाद बंद रहेगी. इससे मरीजों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

वाहन पार्किंग शुल्क से मरीजों पर बढ़ेगा बोझ

वाहन पार्किंग के लिए शुल्क सदर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अब वाहन पार्किंग के लिए भी शुल्क देना होगा. अस्पताल प्रबंधन समिति ने इस नये नियम को लागू किया है, जिसमें एंबुलेंस को 24 घंटे के लिए 100 रुपये, ऑटो और ई-रिक्शा के लिए 50 रुपये, और चार पहियावाहनों के लिए भी 50 रुपये शुल्क निर्धारित किये गये हैं. इससे मरीजों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ेगा, जो उनकी सामर्थ्य से बाहर हो सकता है. हालांकि, जो वाहन मरीजों को अस्पताल में छोड़ कर चले जायेगे, उनसे पार्किंग शुल्क नहीं लिया जायेगा.

————————————————————————-

अस्पताल प्रबंधन समिति ने बढ़ायी दरें, सदर अस्पताल के ओपीडी में अब इलाज महंगासदर अस्पताल में जांच शुल्क में वृद्धि, मरीजों की जेब पर अतिरिक्त भार

देवघर सदर अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए नया आर्थिक बोझ

पर्ची और पार्किंग के बढ़े शुल्क से मरीजों की परेशानी बढ़ी

क्या कहते हैं अधिकारी

बीते दिनों अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक हुई थी, जिसमें यह प्रस्ताव लिया गया था. इसके बाद उपायुक्त के आदेशानुसार शुल्क को बढ़ा दिया गया है. वाहनों से शुल्क लेने लिए पर्ची छपवायी जा रही है, जिसके बाद शुल्क लिया जायेगा.

डाॅ रंजन सिन्हा, सिविल सर्जन, देवघर

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version