कोर्ट के आदेश के बाद भी दखल के लिए ठोकरें खा रही लीलावती

देवघर: ’13 साल सें केस लड़ी-लड़ी के थकी गेल छिये. देवघर कोर्टें केस जितलिये आरो रांची हाईकोर्टें भी हमरे हक में फैसला देलके, लेकिन हम छिये निर्धन लाचार बुढ़ी औरत, पैसे नेय देल पारवे, वेहें खातिर हाइकोर्ट सें जितला के बाद भी प्रशासनें जमीन खाली नेय करवेय रहल छे.’ ये कहना है जसीडीह थानांतर्गत पछियारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2017 8:48 AM

देवघर: ’13 साल सें केस लड़ी-लड़ी के थकी गेल छिये. देवघर कोर्टें केस जितलिये आरो रांची हाईकोर्टें भी हमरे हक में फैसला देलके, लेकिन हम छिये निर्धन लाचार बुढ़ी औरत, पैसे नेय देल पारवे, वेहें खातिर हाइकोर्ट सें जितला के बाद भी प्रशासनें जमीन खाली नेय करवेय रहल छे.’ ये कहना है जसीडीह थानांतर्गत पछियारी कोठिया गांव की 65 वर्षीय वृद्ध महिला लीलावती देवी का. एक अकेली निर्धन, असहाय महिला एक बेटा वह भी रिक्शा चालक, बहादुरी के साथ आठ-आठ लोगों से लड़ाई लड़ रही है. यह लड़ाई वह अपनी जमीन पाने के लिए लड़ रही है. क्योंकि उसके संंबंधियों ने ही लगभग पौने तीन एकड़ जमीन पर कब्जा कर रखा है.

हाइकोर्ट में भी हारे विपक्षी, फिर भी दखल नहीं : लीलावती अपनी जमीन को खाली करवाने व दखल दिलवाने के लिए रोज कचहरी के चक्कर काट रही है. इसी आश में कि हाइकोर्ट का आदेश डीसी साहब के पास आ गया है तो आज न कल प्रशासन इस गरीब दुखियारी की आवाज सुनेगा और उसकी जमीन पर से दबंगों का कब्जा हटवायेगा. लीलावती ने कहा कि मई माह में ही हाइकोर्ट से आदेश आ गया है. विपक्षी हाइकोर्ट में भी हार गये हैं लेकिन आज तक न तो पुलिस और न ही प्रशासन की ओर से उसकी जमीन को खाली करवाने की दिशा में ठोस कदम उठाया गया है.
हाइकोर्ट में भी विपक्षी हारे : लीलावती कहती है कि 2004 से ही अपनी 2.70 एकड़ जमीन पर दखल के लिए केस लड़ रहे हैं. अनुमंडल अदालत, उपायुक्त और आयुक्त की अदालत से उसके पक्ष में फैसला आया. जिसके विरुद्ध विपक्षी हाइकोर्ट रांची में एलपीए नंबर 318/2009 दाखिल किया, जिसे हाइकोर्ट ने खारिज कर दिया. इसके बावजूद जिला प्रशासन ने उसकी जमीन को खाली करवा कर दखल नहीं दिलवाया है. लीलावती ने कहा कि आये दिन ये लोग धमकी देते हैं, कई बार जानलेवा हमले की भी कोशिश की. केस उठाने और चुप रहने की धमकी देते हैं. जान की रक्षा की गुहार के लिए भी आवेदन दिये, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
इन पर है जमीन कब्जे का आरोप
चक्रम महतो, सरलू महतो, चतरू महतो उर्फ कैलाश यादव, भोथा महतो, बेनो महतो, सुधीर महतो व सोहन महतो सभी पछियारी कोठिया के रहने वाले हैं.

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