प्रखंड स्तरीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन, डीडीसी ने कहा सक्षम लोग खुद बनवायें शौचालय

मोहनपुर: प्रखंड के सभागार में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन डीडीसी जनमेजय ठाकुर, बीडीओ शैलेन्द्र कुमार रजक, बीस सूत्री अध्यक्ष मिथिलेश सिन्हा, बंका मुखिया रंजीत यादव ने किया. डीडीसी ने कहा कि मार्च 2018 तक प्रखंड के सभी गांव को ओडीएफ घोषित करना है. इसके लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2017 7:53 AM
मोहनपुर: प्रखंड के सभागार में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन डीडीसी जनमेजय ठाकुर, बीडीओ शैलेन्द्र कुमार रजक, बीस सूत्री अध्यक्ष मिथिलेश सिन्हा, बंका मुखिया रंजीत यादव ने किया. डीडीसी ने कहा कि मार्च 2018 तक प्रखंड के सभी गांव को ओडीएफ घोषित करना है.

इसके लिए सभी जनप्रतिनिधियों व जल सहिया का सहयोग जरूरी है. सावन शुरू होने से पहले मेला क्षेत्र व कांवरिया पथ अंतर्गत आने वाले नया चीतकाठ, बारा, बांक, हरकट्टा, मोरने, सरासनी आदि पंचायत को सावन शुरू होने से पहले ही शौचालय निर्माण करने का निर्देश दिया.

साथ ही शेष पंचायत का भी कार्य जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि संपन्न लोग स्वयं शौचालय बनवायें. प्रखंड में एक पंचायत चकरमा जो पूर्ण रूप से ओडीएफ घोषित किया गया है तथा नया चीतकाठ पंचायत में 65 प्रतिशत काम पूर्ण हो चूका है. वहीं मुखिया अनिल मंडल ने 15 दिनों के अंदर अपने पंचायत को अोडीएफ घोषित करने की बात कही. उन्होंने कहा कि सबसे पहले महिलाओं तथा उसके बाद छात्रों को शौचालय का उपयोग करने के प्रति जागरूक करना होगा. इस अवसर पर पीएचडी के जेइ अरुण कुमार, मुखिया नरेश यादव, भागीरथ राउत, अमर पासवान, अनिल कुमार साह, सरललता देवी, उषा देवी, केला मुर्मू समेत अन्य उपस्थित थे. इधर, चकरमा पंचायत भवन में सभी मुखिया व पंचायत सचिव के साथ डीडीसी ने समीक्षा बैठक की. बैठक में मनरेगा योजना व 14वें वित्त आयोग की राशि समय पर खर्च नहीं करने का निर्देश दिया. समय पर राशि नहीं खर्च करने वाले पंचायत को अगली बार मिलने वाली राशि में कटौती की जायेगी.
प्रखंड मुख्यालय में ही नहीं है सामूहिक शौचालय
मोहनपुर प्रखंड के चकरमा पंचायत को ओडीएफ घोषित किया गया है, लेकिन चकरमा पंचायत में स्थित प्रखंड कार्यालय में अभी तक सामूहिक शौचालय का निर्माण नहीं किया गया है. जबकि प्रतिदिन सैकड़ों लोग प्रखंड मुख्यालय पहुंचते हैं. ऐसे में लोगों को खुले में शौच जाना पड़ता है.

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