पीएचसी में चिकित्सक व पेयजल का अभाव

प्रभात खबर आपके द्वार . धोबाना पंचायत के वार्ड 10 के ग्रामीणों ने सुनायी समस्या पंचायत एक नजर में पंचायत की आबादी-5,000 कुल गांव-15 आंगनबाडी केन्द्र -7 उप स्वास्थय केन्द्र -01 स्कूल-17 गांव : बरियराडीह, असाहना, धोबाना, सरूका, बिसनाथी, बाघा पाथर, खरखार मधुपुर, ठढ़ियारी, खमहारडीह, बड़की खरखार, घाघी, गोमलीडीह, डुमरजोर, धरमपुर, जगमनिया. देवीपुर : प्रखंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2017 3:21 AM

प्रभात खबर आपके द्वार . धोबाना पंचायत के वार्ड 10 के ग्रामीणों ने सुनायी समस्या

पंचायत एक नजर में
पंचायत की आबादी-5,000
कुल गांव-15
आंगनबाडी केन्द्र -7
उप स्वास्थय केन्द्र -01
स्कूल-17
गांव : बरियराडीह, असाहना, धोबाना, सरूका, बिसनाथी, बाघा पाथर, खरखार मधुपुर, ठढ़ियारी, खमहारडीह, बड़की खरखार, घाघी, गोमलीडीह, डुमरजोर, धरमपुर, जगमनिया.
देवीपुर : प्रखंड कार्यालय से लगभग पांच किमी की दूरी पर स्थित धोबाना पंचायत के ग्रामीणों ने प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में अपनी-अपनी समस्याओं को रखा. पंचायत में पेयजल, स्वास्थ्य, सिंचाई, सड़क आदि की स्थिति काफी दयनीय है. साथ ही पेंशन जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं से भी लोग वंचित है. लोगों ने उम्मीद जतायी कि जनप्रतिनिधि व अधिकारी उनकी समस्याओं के समाधान में रुचि लेंगे व उन्हें हल करेंगे.
कहते हैं मुखिया
विधवा व वृद्वा पेंशन 46 लोगों को दिया गया है. प्रधानमंत्री आवास भी 50 लाभुकों को मिल गया है. राशन कार्ड का फार्म जमा कर दिया गया है. चापाकल दुरूस्त कराने के लिये भी पहल की जा रही है.
– संजय यादव,मुखिया, धोबाना पंचायत
चन्द्रशेखर कुमार : पेयजल की सुविधा का अभाव है. पूरे गांव में 5-6 चापानल खराब पड़े हुए हैं. जिसे देखने वाला कोई नहीं है.
जयप्रकाश यादव : शिक्षक समय पर विद्यालय नहीं आते हैं. मध्याह्न भोजन भी मीनू के अनुसार नहीं दिया जाता है. विभाग के पदाधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
हेमिया देवी : पंचायत समिति सदस्य ने कहा कि धोबाना पंचायत के प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र में कोई भी डॉक्टर नहीं बैठता है. जिससे पंचायत के लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. विभाग डॉक्टर को नियुक्त करे ताकि गरीब परिवार के लोग प्राथमिक उपचार करा सकें.
बुधन पुजहर : लगभग सात वर्ष पूर्व एक्सीडेंट में पैर कट गया था. समय के पूर्व ही मेरे पिताजी का देहांत हो गया है. घर में बूढ़ी मां मजदूरी करके पेट चला रही है. परन्तु आज तक मेरा विकलांग पेंशन पास नहीं हुआ है. पेंशन के लिये मुखिया से गुहार लगा चुके हैं.
संजय रजक : मुख्य सड़क से गांव घुसने के लिये संपर्क सड़क नहीं है. सड़क की वजह से काफी परेशानी होती है. बरसात में खास तौर पर दिक्कत होती है.

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