34 कर्मचारियों के भरोसे 110 हल्का
देवघर: जिले में राजस्व कर्मचारियों का भारी टोटा हो चुका है. देवघर जिले में कुल 110 हल्का में महज 34 कर्मचारी है. 34 में कई कर्मचारियों को अंचल निरीक्षक का भी प्रभार है. राजस्व कर्मचारियों की कमी की वजह से जिले भर में भू-राजस्व समेत विभिन्न तरह के प्रमाण पत्रों का कार्य प्रभावित है. जिले […]
देवघर: जिले में राजस्व कर्मचारियों का भारी टोटा हो चुका है. देवघर जिले में कुल 110 हल्का में महज 34 कर्मचारी है. 34 में कई कर्मचारियों को अंचल निरीक्षक का भी प्रभार है. राजस्व कर्मचारियों की कमी की वजह से जिले भर में भू-राजस्व समेत विभिन्न तरह के प्रमाण पत्रों का कार्य प्रभावित है.
जिले भर में कर्मचारियों की रिक्तियां भरने के लिए कई बार राजस्व विभाग को प्रस्ताव भेजा गया था, बावजूद कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं हुई. राजस्व कर्मचारियों को कई कार्य पंचायतस्तर पर भी आवंटित की गयी है, इसमें पेंशन जैसी महत्तवपूर्ण योजना है. जिले में कुल 194 पंचायतों का कार्य भी 34 कर्मचारियों के भरोसे है. देवघर में सबसे बड़ा अंचल मोहनपुर है.
मोहनपुर अंचल में कुल 10 हल्का है, यहां महज तीन कर्मचारी कार्यरत है. मोहनपुर अंचल का अधिकांश हल्का का देवघर नगर निगम के क्षेत्र में है, इससे मोहनपुर अंचल क्षेत्र के लोगों का कार्य बाधित है. जिले भर में अंचलों में पदस्थापित कर्मचारियों की संख्या में विसंगतियां है. सारवां अंचल में छह हल्का है व यहां पांच हल्का कर्मचारी है. सोनारायठाढ़ी अंचल में चार हल्का व कार्यरत तीन कर्मचारी है. सारवां से कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति अगर मोहनपुर अंचल में कर दी जाये तो काफी सुविधा होगी.
नि:शक्त कर्मचारी को भी हल्का का कार्य
मोहनपुर में दोनों पैर से नि:शक्त बालमुकुंद मोदी को मुख्यालय से दूर हल्का का प्रभार दिया गया है. जबकि नि:शक्तता आयुक्त ने डीसी को कई बार पत्र देकर इस नि:शक्त कर्मचारी को टेबुल वर्क देने की बात कही थी. इसके बाद भी बालमुकुंद मोदी को हल्का कार्य दिया गया है. कर्मचारियों की कमी से जाति प्रमाण पत्र, आवासीय प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, केसीसी फॉर्म में एलपीसी समेत कई कार्य प्रभावित है.