बालू माफिया को नहीं है पुलिस-प्रशासन का डर

मधुपुर: वर्तमान में नदी में बालू का स्तर बरकरार रखने के लिए एनजीपी द्वारा बरसात के समय बालू उठाव पर रोक लगाने के बाद भी विभिन्न नदी घाटों से बालू का उठाव हो रहा है. इन बालूओं का उपयोग विशेष कर सरकारी योजनाओं में हो रहा है. नगर पर्षद व प्रखंड क्षेत्र में कई सड़क, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2017 8:29 AM
मधुपुर: वर्तमान में नदी में बालू का स्तर बरकरार रखने के लिए एनजीपी द्वारा बरसात के समय बालू उठाव पर रोक लगाने के बाद भी विभिन्न नदी घाटों से बालू का उठाव हो रहा है. इन बालूओं का उपयोग विशेष कर सरकारी योजनाओं में हो रहा है. नगर पर्षद व प्रखंड क्षेत्र में कई सड़क, नाला व भवन का निर्माण हो रहा है. वर्तमान में अधिकतर निर्माणाधिन योजना के पास बालू गिरा हुआ नहीं है. लेकिन इसके बाद भी रातोरात बालू गिराया जा रहा है और काम भी हो रहा है.
इतना ही नहीं निजी भवनों समेत अन्य कामों के लिए अवैध ढंग से बालू गिराया जा रहा है. अहले सुबह तीन बजे से सुबह आठ बजे तक विभिन्न नदियों से बालू लाकर विकास योजनाओं के पास गिराया जाता है. एनजीपी के आलोक में जिला प्रशासन द्वारा बालू उठाव पर 30 सितंबर तक रोक लगाये जाने के बाद अचानक बालू का भाव भी दोगुना हो गया है. जिसका लाभ बालू माफिया उठा रहे है. मधुपुर शहर में दो हजार से 2500 रुपये प्रति ट्रैक्टर की दर से बालू बेचा जा रहा है.
कहां से उठाया जा रहा है बालू : पतरो नदी के साप्तर घाट, मोहनपुर घाट, नावापतरो घाट, फागो नदी के पंदनिया घाट, बरसतिया घाट के अलावा चेतनारी, टंडेरी घाट, भगवानपुर सलैया घाट, बेलटेकरी कसाठी घाट आदि से बालू का उठाव हो रहा है.
क्या कहते हैं एसडीपीओ
एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह ने कहा कि पिछले दिनों अवैध बालू उठाव को लेकर पांच ट्रैक्टर जब्त किया गया था. अवैध बालू उठाव की सूचना पर पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी.

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