देवघर: सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में बांटी जाने वाली कक्षा एक से आठवीं तक की पुस्तकें पुरानी होने पर बरबाद नहीं होगी. बल्कि नये शैक्षणिक सत्र में पुरानी पुस्तकों को छात्र-छात्राओं के बीच बांटा जायेगा.
वार्षिक परीक्षा के बाद स्कूलों के छात्रों से पुरानी किताबें ले ली जायेगी. पुरानी पुस्तकों के रख-रखाव के लिए जिले के 2115 प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में बुक बैंक की स्थापना की जायेगी. स्कूलों में बुक बैंक की स्थापना के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक के स्तर से सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक व प्रभारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. स्कूलों में पुस्तकों के सही ढंग से रख-रखाव के लिए बुक सेल्फ सहित आलमारी आदि का बंदोबस्त करने की जवाबदेही स्कूल प्रशासन की होगी.
नामांकित हैं 2.83 लाख छात्र-छात्राएं
विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो वर्तमान में जिले में कक्षा एक से आठवीं तक में नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या 2.83 लाख है. चालू शैक्षणिक सत्र में सभी छात्र-छात्राओं को पुस्तकें उपलब्ध करायी गयी है. साथ ही सैकड़ों सेट पुस्तकें अब भी स्कूलों में पड़े हैं.
‘पुरानी पुस्तकों के रख-रखाव के लिए सभी 2115 स्कूलों में बुक बैंक की स्थापना करने का निर्देश दिया गया है. ताकि नये शैक्षणिक सत्र में पुरानी पुस्तकों का उपयोग किया जा सके.’
– सुधांशु शेखर मेहता, डीएसइ, देवघर