तभी शिवगंगा स्थित एक मजार के पास गंदगी उठाने वाले एक ट्रैक्टर व गुजर रहे टेंपो से बचने के लिए किनारे हो गये और पास की दीवार पर हाथ रख दिया. तभी वे झूलते तार की चपेट में आ गये व छटपटाने लगे. उन्हें बचाने के लिए साथी कांवरिया लव कुश व जितेंद्र कश्यप आगे बढ़े तो उन्हें भी बिजली का झटका लगा. पास खड़े एक व्यक्ति ने कांवर से तार हटाकर उन दोनों को बचाया.
साथी कांवरियों की मदद से प्रमोद को सदर अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस दौरान प्रमोद का मोबाइल भी कहीं गुम हो गया. अमेठी से चले उनके साथी अवधेश यादव ने बताया कि प्रमोद व अन्य सौ कांवरिया पांच दिन पूर्व कांवर यात्रा के लिए घर से निकले थे. पैदल ही शिवगंगा होते हुए बासुकिनाथ के लिए जा रहे थे. तभी यह हादसा हो गया. अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को घटना से अवगत कराया. चिकित्सक ने मृतक का पोस्टमार्टम कराने की बात कही.