जर्जर रेलवे क्वार्टर बन रहा असामाजिक तत्वों का अड्डा

मधुपुर: रेलवे न्यू कॉलोनी व डंगालपाड़ा इलाके में महीनों से दर्जनों रेलवे क्वार्टर जर्जर अवस्था में पड़े हुए हैं. इन क्वार्टर में अब कोई भी नहीं रहता है. रेलवे ने भी कई क्वार्टर को जर्जर घोषित करते हुए असुरक्षित माना है. दोपहर व शाम के समय ये जर्जर क्वार्टर असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2017 9:10 AM

मधुपुर: रेलवे न्यू कॉलोनी व डंगालपाड़ा इलाके में महीनों से दर्जनों रेलवे क्वार्टर जर्जर अवस्था में पड़े हुए हैं. इन क्वार्टर में अब कोई भी नहीं रहता है. रेलवे ने भी कई क्वार्टर को जर्जर घोषित करते हुए असुरक्षित माना है. दोपहर व शाम के समय ये जर्जर क्वार्टर असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है. अब ये क्वार्टर जुआ खेलने, शराब पीने, मवेशी बांधने समेत अन्य अपराधिक गतिविधि में भी छुपने के लिए इस्तेमाल होते हैं. क्वार्टरों में असमाजिक तत्वों के आवागमन से आम लोगों को भी परेशानी होती है. क्वार्टर व आसपास कई बार चोरी की वारदात हो चुकी है.

छह वर्ष पूर्व आसनसोल मंडल के तत्कालीन डीआरएम बी देवा सिंह के नेतृत्व में दर्जनों क्वार्टर तोड़े गये थे. इसके बाद से जो भी क्वार्टर जर्जर घोषित हुए वह सब खाली पड़े हुए हैं. मधुपुर के खलासी मोहल्ला, रेलवे न्यू कॉलोनी, कालीपुर टाउन व डंगालपाडा में अंगरेजों के जमाने में 400 से अधिक कर्मियों व अधिकारियों के रहने के लिए क्वार्टर बनाये गये थे. लेकिन रख रखाव और समय के साथ इनकी मरम्मत नहीं होने की वजह से अधिकतर जर्जर हो चुके हैं.

जर्जर क्वार्टर को रेल प्रशासन ध्वस्त भी नहीं कर रहा है जिस कारण ये खतरनाक बने हुए हैं. अब भी 90 प्रतिशत से अधिक रेल क्वार्टर अंगरेजों के जमाने में बनाये गये ही प्रयोग में आ रहे हैं.

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