देवघर आसपास बस स्टैंड है या खेत!
डीसी के िनर्देश के बाद भी नहीं सुधरी स्टैंड की हालत मेला से पहले मरम्मत में खर्च हुए थे 27 लाख अब तक नहीं डाला गया स्टोन डस्ट पूरा स्टैंड परिसर दलदल में तब्दील दलदल में फंस रही हैं गाड़ियां डीसी के निर्देश के बाद भी गंभीरता नहीं टेंट सिटी तक जाना भी मुश्किल देवघर […]
डीसी के िनर्देश के बाद भी नहीं सुधरी स्टैंड की हालत
मेला से पहले मरम्मत में खर्च हुए थे 27 लाख
अब तक नहीं डाला गया स्टोन डस्ट
पूरा स्टैंड परिसर दलदल में तब्दील
दलदल में फंस रही हैं गाड़ियां
डीसी के निर्देश के बाद भी गंभीरता नहीं
टेंट सिटी तक जाना भी मुश्किल
देवघर : श्रावणी मेला में बाघमारा बस स्टैंड की हालत बदत्तर हो गयी है. पूरा बस स्टैंड परिसर कीचड़ व दलदल में तब्दील हो गया है. कांवरियों वाहन रोज कीचड़ में फंस रही है. 21 जुलाई को डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने बाघमारा बस स्टैंड का निरीक्षण कर एनआरइपी के कार्यापालक अभियंता एमएम प्रसाद को दो दिनों के अंदर स्टोन डस्ट डालकर स्थिति सुधारने का निर्देश दिया था, लेकिन डीसी के निर्देश के बाद भी अभियंताओं ने गंभीरता नहीं दिखायी. अब भी बाघमारा बस स्टैंड की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है. स्टोन डस्ट डालने के नाम पर केवल खानापूर्ति हुई है. कांवरिया वाहन किसी तरह स्टैंड परिसर में लगाते हैं
तो कीचड़ में वाहन निकालने में भारी परेशानी उठानी पड़ती है. कीचड़ में वाहन से उतर कर बाहर निकलने में कांवरियों कठनाई हो रही है. रोज दर्जनों छोटी-बड़ी गाड़ियां कीचड़ में फंस रही है. कांवरिये इस बदत्तर व्यवस्था पर नाराजगी प्रकट कर रहे हैं. पूरे परिसर में एक ईंच भी ऐसी जगह नहीं है, जहां कीचड़ नहीं है. परिसर में स्टोन डस्ट का पता ही नहीं चल रहा है. लाखों रुपये की लागत से बाघमारा बस स्टैंड परिसर में बनाये गये टेंट सिटी तक जाने का रास्ता कीचड़मय सड़क के कारण इसका लाभ कांवरिये नहीं उठा पा रहे हैं.
टेंट सिटी जाने वाला मुख्य रास्ता दलदल में तब्दील हो चुका है. मेला से पहले बस स्टैंड परिसर में सड़क व मैदान के समतलीकरण में 27 लाख रुपये खर्च किया गया है. प्राक्कलन के अनुसार सड़क का निर्माण जीएसबी(गिट्टी व डस्ट) तथा मैदान में स्टोन डालना था, लेकिन अभियंताओं की लापरवाही से केवल खानापूर्ति हुई है.