बाबा धाम LIVE : देवघर से बाबा वैद्यनाथ की महाआरती का सीधा प्रसारण केवल प्रभात खबर डॉट कॉम पर

देवघर : अगर आप श्रावणी मेले के दौरान बाबा बैद्यनाथ मंदिर का दर्शन करना चाहते हैं लेकिन व्यस्तता के बीच समय नहीं निकाल पा रहे हैं, तो हमारे फेसबुक पेज व प्रभात खबर डॉट काम में आकर हर रोज शाम साढ़े सात बजे देवघर मंदिर के महाआरती का लाइव देख सकते हैं. बाबाधाम देवघर में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2017 5:28 PM

देवघर : अगर आप श्रावणी मेले के दौरान बाबा बैद्यनाथ मंदिर का दर्शन करना चाहते हैं लेकिन व्यस्तता के बीच समय नहीं निकाल पा रहे हैं, तो हमारे फेसबुक पेज व प्रभात खबर डॉट काम में आकर हर रोज शाम साढ़े सात बजे देवघर मंदिर के महाआरती का लाइव देख सकते हैं. बाबाधाम देवघर में शाम होते ही माहौल भक्तिमय हो जाता है.

हमारे फेसबुक पेज पर लगातार पिछले कई दिनों से हर रोज की संध्‍या आरती का सीधा प्रसारण किया जाता है. हर दिन के महाआरती में नजारा कुछ और होता है. भक्‍तों का जनसैलाब देखते ही बनता है. वहीं भक्‍तों के बीच बाबा की आरती में शामिल होने का जो उन्‍माद देखने को मिलता है वह अद्भुत होता है. आज हम आपके लिए पिछले कुछ दिनों की लाइव आरती का वीडियो पेश कर रहे हैं.

सोमवार से ही शुरू हुआ श्रावण मास सोमवार को ही समाप्‍त हो रहा है. पिछले चार सोमवारी को बाबा धाम में जलार्पण करने वाले कांवरियों की संख्‍या लगातार बढ़ती रही है. पहली सोमवारी को करीब एक लाख लोगों ने बाबा मंदिर में जलार्पण किया था, जबकि चौथी सोमवारी को यह संख्‍या बढ़कर लगभग ढाई लाख तक पहुंच गयी. अंतिम सोमवारी 7 अगस्‍त को है.

महाआरती का वीडियो

बुधवार का लाइव वीडियो

मंगलवार की महाआरती

सोमवार की महाआरती

आपको बता दें कि दुनियाभर में देवघर ही एक ऐसी जगह है जहां ज्‍योर्तिलिंग के साथ-साथ शक्ति पीठ भी है. देवघर मंदिर में भगवान भोलेनाथ के मंदिर के साथ माता पार्वती का भी एक मंदिर है. इसके बारे में मान्‍यता है कि देवी सती का हृदय यहां गिरा था. इसी कारण से इस शक्ति पीठ को हार्द पीठ के नाम से भी जाना जाता है. (जिस समय देवी सती ने देह का त्‍याग किया था, उसे कुपित होकर भगवान शंकर उनके देह को लेकर तांडव करने लगे थे. तब भगवान के क्रोध को शांत करने और पूरे ब्राह्माण्‍ड को बचाने के लिए भगवान विष्‍णु ने सुदर्शन चक्र से सती के देह को भंग कर दिया था. तब सती के देह का अंग, भिन्‍न-भिन्‍न जगहों पर गिरा, जहां शक्ति पीठ की स्‍थापना की गयी.)

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