रोड से नहीं हटा अतिक्रमण
सीएम का निर्देश भी बेअसर. जनसंवाद में की थी शिकायत वार्ड नंबर-22 स्थित शिशु निकेतन के सरकारी सड़क के अतिक्रमण का मामला सीएम ने 6.6.17 को एक सप्ताह के अंदर अतिक्रमण हटाने का दिया था निर्देश देवघर : अब देवघर जिला प्रशासन के अधिकारियों को सीएम के निर्देश की भी परवाह नहीं है. क्योंकि तीन […]
सीएम का निर्देश भी बेअसर. जनसंवाद में की थी शिकायत
वार्ड नंबर-22 स्थित शिशु निकेतन के सरकारी सड़क के अतिक्रमण का मामला
सीएम ने 6.6.17 को एक सप्ताह के अंदर अतिक्रमण हटाने का दिया था निर्देश
देवघर : अब देवघर जिला प्रशासन के अधिकारियों को सीएम के निर्देश की भी परवाह नहीं है. क्योंकि तीन साल से जिस सरकारी सड़क का अतिक्रमण नहीं हटा, इसका मामला सीएम जनसंवाद में भेजा गया. सीएम ने बीते 7.6.17 को वीडियो कांफ्रेंसिंग में निर्देश दिया था कि वार्ड नंबर 22 (पूर्व में 13 नंबर वार्ड) स्थित शिशु निकेतन के सरकारी सड़क जमीन का अतिक्रमण एक सप्ताह के अंदर हटवायें. लेकिन सीएम के आदेश एक माह से अधिक हो गये लेकिन अभी तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया है. इससे पता चलता है कि जिसने भी इस जमीन का अतिक्रमण किया है, उनकी प्रशासन में कितनी गहरी पैठ है.
2014 से अतिक्रमण हटाने की लोग कर रहे शिकायत : ज्ञात हो कि पूर्व में वार्ड नं-13 व वर्तमान में वार्ड 22 स्थित शिशु निकेतन जाने की सड़क का कतिपय दबंग लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. पहले इस सड़क की चौड़ाई 40 फीट थी. अब यह सड़क मात्र 10 फीट चौड़ी रह गयी है. यही नहीं देवघर कॉलेज रोज पर उक्त सड़क के मुहाने को एक साजिश के तहत दिवार देकर बंद कर दिया गया है. ताकि आम जनता का ध्यान उधर नहीं जाये व सड़क अतिक्रमण करने में आसानी हो. मुहल्ले वालों की शिकायत पर 2014 में तत्कालीन एसडीओ ने सीओ व नगर थाना प्रभारी को अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था. लेकिन आज तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं हुई.
तीन साल से सड़क का अतिक्रमण नहीं हटा पाया प्रशासन
नये डीसी से लोगों ने लगायी गुहार
सीएम जनसंवाद कोषांग में शिकायत दर्ज होने के बाद पिछले माह सीएम ने जिला प्रशासन को स्पष्ट आदेश दिया था कि एक सप्ताह के अंदर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करें. लेकिन अतिक्रमण जस का तस है. इसलिए नये डीसी से लोगों ने गुहार लगायी है कि पहले तो जिला प्रशासन स्तर से हुई शिकायत के बाद भी सरकारी सड़क का अतिक्रमण नहीं हट पाया. अब सीएम आदेश दे रहे हैं लेकिन उसका भी अनुपालन नहीं हो रहा है. इसलिए ऐसे अधिकारी जो आदेश का तामिला नहीं कर रहे हैं, कड़ी कार्रवाई हो.