नहीं है सुरक्षाकर्मी, असुरक्षित है आर्मोरी

देवघर: नगर थाना क्षेत्र में संचालित अर्मोरी असुरक्षित है. संचालक के स्तर से पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त तो नहीं है. वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा भी आर्मोरी को सुरक्षा मुहैया नहीं करायी गयी है. ऐसे में अपनी सतर्कता पर ही प्रतिष्ठान संचालक खुद आर्मोरी की सुरक्षा करते हैं. पहले से तो करीब तीन सौ विभिन्न हथियार बंदूक, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2014 10:23 AM

देवघर: नगर थाना क्षेत्र में संचालित अर्मोरी असुरक्षित है. संचालक के स्तर से पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त तो नहीं है. वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा भी आर्मोरी को सुरक्षा मुहैया नहीं करायी गयी है. ऐसे में अपनी सतर्कता पर ही प्रतिष्ठान संचालक खुद आर्मोरी की सुरक्षा करते हैं.

पहले से तो करीब तीन सौ विभिन्न हथियार बंदूक, रायफल व रिवाल्वर तथा गोली आदि रखा है. वहीं लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अलग-अलग लाइसेंसधारियों ने दो सौ रायफल, बंदूक, पिस्टल व रिवाल्वर आदि जमा कराया है. वहीं सभी लक्ष्सेंसधारियों का जमा कराया कारतूस भी है. इसके अलावा प्रतिष्ठान संचालक बिक्री के लिए भी हथियार व गोली आदि रखते हैं. इस प्रकार संचालक के अनुसार फिलहाल छह सौ से अधिक हथियार आर्मोरी में जमा है. यह आर्मोरी नगर थानांतर्गत कास्टर टाउन मुहल्ले में संचालित है.

दो दिनों से चल रहा सत्यापन

दो दिनों से पुलिस-प्रशासन आर्मोरी का सत्यापन करा रही है. सत्यापन के दौरान एसडीओ जय ज्योति सामंता सहित एसडीपीओ अनिमेष नैथानी व प्रशिक्षु उपसमाहर्ता सचिदानंद कुमार वर्मा पहुंचे थे. शुक्रवार शाम तक आर्मोरी दुकान का सत्यापन पूरा कर लिया गया.

क्या कहते हैं आर्मोरी संचालक

सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह सावधानी बरतते हैं. अंदर-बाहर बंद रखते हैं. कोई अगर आर्मोरी में पहुंचता है तो पूरी तरह पूछताछ कर संतुष्ट होते हैं. इसके बाद ही उन्हें दुकान के अंदर बुलाते हैं. अपनी सुरक्षा व्यवस्था है. पुलिस-प्रशासन की तरफ से कोई सुरक्षा मुहैया नहीं करायी गयी है.

-वीरेंद्र कुमार विद्यार्थी, संचालक, बिहार आर्मोरी

क्या कहते हैं एसडीपीओ

चुनाव में सत्यापन के बाद करीब 250 लाइसेंसधारी ने अपने हथियार आर्मोरी में जमा कराया है. बाकी लोगों ने हथियार थाने में भी जमा कराया है. आर्मोरी की सुरक्षा के लिए लिखा जा रहा है. जिन लोगों ने हथियार सत्यापन के बाद जमा नहीं कराया. वैसे लोगों को चिह्न्ति कर कार्रवाई के लिये लिखा जायेगा.

-अनिमेष नैथानी, एसडीपीओ, देवघर

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