टीम में कांस्टेबुल गोविंद यादव भी शामिल थे. एसएसआइ ने बताया कि दीपक अपने गांव के नौ साथियों के साथ स्कॉर्पियो से कांवर यात्रा में देवघर आया था. इनारावरन में सभी ने 19 जुलाई को साथ में खाया. उसके सभी आठ साथी निकल गये व दीपक वहीं रुक गया था. यहां से सभी घर लौट गये, लेकिन दीपक वापस नहीं लौटा. खोजबीन के बाद पता नहीं चलने पर परिजनों ने सिधारी थाना कांड संख्या 214/17 भादवि की धारा 364, 120बी के तहत दीपक के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
मामले में उसके साथ कांवर यात्रा में आये साथियों को आरोपित बनाया गया था. दीपक की तलाश के लिए उसके परिजनों के साथ यूपी पुलिस की टीम 18 अगस्त से आयी है. सुल्तानगंज से बाबाधाम व बासुकिनाथ तक हर थाने में पहुंचकर लावारिस लाश की फोटो से मिलान किया, बावजूद अब तक कुछ पता नहीं चल सका है. यूपी पुलिस की टीम दीपक को खोजने सदर अस्पताल भी गयी थी. यूपी पुलिस टीम ने बताया कि दीपक के मोबाइल का अंतिम लोकेशन मलहरा तक मिला है. उसके बाद कुछ भी नहीं पता चल रहा है.