बढ़ती जा रही है बैंकों में डिफाॅल्टरों की संख्या, अब प्रभावी तरीके से ऋण वसूलने का निर्देश
देवघर. बैंकों में नॉन प्रोफिटिंग एकाउंट (एनपीए) व डिफाल्टरों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसे लेकर बैंकों के साथ-साथ आरबीआइ भी चिंतित है. इस कारण आरबीआइ ने बैंकों को आवश्यक निर्देश जारी किया है, ताकि प्रभावी तरीके से ऋण की वसूली हो सके. बैंक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हाल के […]
देवघर. बैंकों में नॉन प्रोफिटिंग एकाउंट (एनपीए) व डिफाल्टरों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसे लेकर बैंकों के साथ-साथ आरबीआइ भी चिंतित है. इस कारण आरबीआइ ने बैंकों को आवश्यक निर्देश जारी किया है, ताकि प्रभावी तरीके से ऋण की वसूली हो सके.
बैंक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हाल के दिनों में एसबीआइ के पांच एसोसिएट्स बैंकों के एसबीआइ में विलय हो जाने के बाद एनपीए खातों व बैंक डिफाल्टरों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. इससे निबटने के लिए त्वरित कार्रवाई की जा रही है.
कहते हैं बैंक पदाधिकारी
एसबीआइ बाजार ब्रांच के मुख्य प्रबंधक राजीव रंजन ने बताया कि बैंक मर्जर के बाद अमार्जक अस्थि (एनपीए) की संख्या बढ़ी है. उसे निबटाने के लिए बैंक प्रबंधन हर तरह के कदम उठाये जा रहे हैं. आरबीआइ ने भी एनपीए मामलों को जल्द से जल्द निष्पादित करने का निर्देश दिया है.