2018 तक शुरू होंगी नयी रेल परियोजनाएं

देवघर: गुरुवार को रेल भवन में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष लोहानी व अधिकारियों के साथ दोबारा बैठक हुई. इस बैठक में संताल परगना के विभिन्न रेलवे प्रोजेक्ट्स पर विचार-विमर्श हुआ. बैठक में कई रेल परियोजनाओं व जसीडीह, मधुपुर सहित कई स्टेशनों में यात्री सुविधाओं पर चर्चा हुई. रेलवे बोर्ड ने आश्वासन दिया है कि जसीडीह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2017 1:40 PM

देवघर: गुरुवार को रेल भवन में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष लोहानी व अधिकारियों के साथ दोबारा बैठक हुई. इस बैठक में संताल परगना के विभिन्न रेलवे प्रोजेक्ट्स पर विचार-विमर्श हुआ. बैठक में कई रेल परियोजनाओं व जसीडीह, मधुपुर सहित कई स्टेशनों में यात्री सुविधाओं पर चर्चा हुई. रेलवे बोर्ड ने आश्वासन दिया है कि जसीडीह होकर राजधानी एक्स सातों दिन चलाये जायेंगे.

वहीं कतरास रेल रूट बंद होने की स्थिति में रद्द हुई जयनगर-रांची एक्सप्रेस को इसी सप्ताह से चालू करने की बात कही गयी है. अभी यह किस रूट से होकर रांची जायेगी, इसकी धरातलीय स्थिति का जायजा लेकर रेलवे इस निर्णय को अमलीजामा पहनायेगा.

2018 तक पूरी बिछ जायेगी नयी रेल : संताल परगना को अंग से जोड़ने वाली नयी रेल परियोजनाओं का काम 2018 तक पूरा कर लिये जाने का लक्ष्य रखा गया है. बैठक में तय हुआ कि हंसडीहा-गोड्डा लाइन नवंबर 2018 तक, पीरपैंती-देवघर लाइन का टेंडर मार्च 2018 तक निकलेगा. इसके अलावा गोड्डा-पाकुड़, बटेश्वर रेल सह सड़क पुल व चितरा-बासुकिनाथ में 2018 के बजट से चालू किये जाने का टारगेट है.

खुलेगा जसीडीह स्टेशन का दूसरा रास्ता

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जसीडीह स्टेशन का दूसरा रास्ता संथाली की तरफ खोला जायेगा. स्टेशन के पार्किंग व एक्सलेरेटर की भी स्वीकृति दे दी गयी है. वहीं मधुपुर स्टेशन के विकास का टेंडर इसी साल निकल जायेगा. देवघर स्टेशन पर वाशिंग सुविधा की योजना को भी रेलवे ने स्वीकृति दे दी है. रेल अधिकारियों की इस बैठक में गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे भी मौजूद थे.

संताल की नयी रेल परियोजनाओं व यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष व अधिकारियों के साथ बैठक उपयोगी रही है. सभी प्रोजेक्ट्स को पूरा करने और धरातल पर उतारने की समय सीमा तय की गयी है. रांची-जयनगर इसी सप्ताह से और राजधानी एक्स सातों दिन चलाने पर विचार हुआ. आने वाले समय में यात्री सुविधाएं बढ़ेगी.

-निशिकांत दुबे, सांसद, गोड्डा

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