स्कूलों में इ-लर्निंग को मिलेगा बढ़ावा, डिजिटल स्टडी हल्का करेगा बच्चों के बस्ते का बोझ

देवघर : अब छोटे-छोटे बच्चों पर भारी-भरकम किताबों से भरी स्कूल बैग का बोझ नहीं पड़ेगा. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसइ) इ-लर्निंग के कॉन्सेप्ट पर बच्चों को डिजिटल स्टडी देने पर ध्यान दे रही है. बोर्ड की नयी गाइडलाइन में एनसीइआरटी की पुस्तकों के साथ सामान्य पुस्तक के प्रकाशकों को निर्देश दिया गया है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2017 11:06 AM
देवघर : अब छोटे-छोटे बच्चों पर भारी-भरकम किताबों से भरी स्कूल बैग का बोझ नहीं पड़ेगा. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसइ) इ-लर्निंग के कॉन्सेप्ट पर बच्चों को डिजिटल स्टडी देने पर ध्यान दे रही है.
बोर्ड की नयी गाइडलाइन में एनसीइआरटी की पुस्तकों के साथ सामान्य पुस्तक के प्रकाशकों को निर्देश दिया गया है कि किताबों के जिल्द (किताबों का आवरण) को पतला किया जाये, ताकि हल्की किताबें रखने से बच्चों पर बोझ कम हो सके. बोर्ड ने नये निर्देशों के बाद स्कूल प्रबंधन को ज्यादा से ज्यादा डिजिटल एजुकेशन पर फोकस करना अनिवार्य होगा. स्कूल में बैग रखने के लिए लॉकर की व्यवस्था भी जल्द करवानी होगी. बोर्ड के निर्देशों के बाद देवघर के स्कूल प्रबंधन भी इस पर अमल करने की तैयारी में जुट गये हैं.
देवघर के स्कूलों ने शुरू की तैयारी
देवघर के प्राइवेट स्कूल प्रबंधन की माने तो सीबीएसइ द्वारा नया गाइड लाइन स्टूडेंट्स के बैग के वजन को कम करने के लिए की गई है. इसके तहत स्टूडेंट्स में किताबी ज्ञान से ज्यादा लर्निंग और क्रिएटिविटी पर फोकस किया जायेगा. इसके तहत बच्चों को अधिक से अधिक डिजिटल स्टडी के लिए मोटिवेट किया जायेगा. इससे स्टूडेंट्स के बस्तों का बोझ काफी हद तक कम हो जायेगा.

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