माता के दरबार में शीश नवाने पहुंचे श्रद्धालु

मधुपुर/ मारगोमुंडा/ चितरा/ सारवां: गुरुवार को महाअष्टमी के अवसर पर मधुपुर के पाथरोल काली मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी. बड़ी संख्या में बकरों की बली दी गयी. अहले सुबह से ही बली प्रारंभ हो जाती है, जो काफी देर तक चलती है. पाथरोल, मधुपुर, सारठ, पालोजोरी, पिपरा, बुढ़ैय के अलावा जामताड़ा, देवघर समेत आसपास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2017 8:43 AM
मधुपुर/ मारगोमुंडा/ चितरा/ सारवां: गुरुवार को महाअष्टमी के अवसर पर मधुपुर के पाथरोल काली मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी. बड़ी संख्या में बकरों की बली दी गयी. अहले सुबह से ही बली प्रारंभ हो जाती है, जो काफी देर तक चलती है. पाथरोल, मधुपुर, सारठ, पालोजोरी, पिपरा, बुढ़ैय के अलावा जामताड़ा, देवघर समेत आसपास के कई जिलों के लोग माता के दर्शन के लिए पहुंचे व आशीर्वाद लिया.
उधर, मारगोमुंडा प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न दुर्गा मंदिरो में मां दुर्गा की दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. क्षेत्र के मारगोमुंडा, नौनियाद, भिरसिंडी, खमरबाद आदि दुर्गा मंदिरो में श्रद्धालुओं द्वारा पूजा-अर्चना की गयी.
वहीं, चितरा प्रतिनिधि के अनुसार कोलियरी प्रक्षेत्र के कुकराहा-तालझारी चितरा समेत अन्य कई स्थानों पर माता भगवती की पूजा-अर्चना काफी धूमधाम से की गयी. इस अवसर पर कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने माथा टेक कर प्रदेश के सुख-शांति व समृद्धि की कामना की.
वहीं, सारवां प्रतिनिधि के अनुसार अष्टमी को क्षेत्र के देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ उमड़ पड़ी. कई लोगों ने दंड परिक्रमा कर मां से मन्नतें मांगी.

इस अवसर पर कदय नदी तट पर अवस्थित विशनपुर गहवर में अहले सुबह से ही श्रद्धालु पहुंच रहे थे. इस अवसर पर सार्वजनिक वैष्णवी दुर्गा मंदिर सारवां, वनवरिया इस्टेट दुर्गा मंदिर, लखोरिया दुर्गा मंदिर, भैयामंडा लखोरिया, बधनी दुर्गा मंदिर, डुमरिया दुर्गा मंदिर व भैयाडीह गिधंडा दुर्गा मंदिर लोगों ने मां की पूजा-अर्चना की. पूजा में आचार्य यमुनाकांत पत्रलेख समेत की तए. ‍व्यवस्था संचालन में विधायक सह समिति अध्यक्ष बादल समेत कई थे. उधर, सार्वजनिक वैष्णवी दुर्गा पूजा समिति के द्वारा भव्य महाआरती का आयोजन किया गया. मां त्रिपुरसुंदरी श्रृंगार सेवा तुतरा पहाड़ी के सदस्यों ने निदेशक एलएन झा के नेतृत्व में कन्याओं व महिलाओं ने देवी आदि शक्ति जगदंबा मां की स्तुति की.

Next Article

Exit mobile version