झारखंड स्थापना दिवस पर होगा पीएम आवास में सामूहिक गृह प्रवेश, सात हजार में केवल 43 लाभुकों का बना आवास

देवघर : ग्रामीण क्षेत्रों में जिले भर में सात हजार प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति हुई है. सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों का सामूहिक गृह प्रवेश की तिथि झारखंड स्थापना दिवस 15 नवंबर तय कर दी है. अब 15 नवंबर को सभी सात हजार लाभुकों का प्रधानमंत्री आवास में सामूहिक गृह प्रवेश कराये जाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2017 10:10 AM
देवघर : ग्रामीण क्षेत्रों में जिले भर में सात हजार प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति हुई है. सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों का सामूहिक गृह प्रवेश की तिथि झारखंड स्थापना दिवस 15 नवंबर तय कर दी है. अब 15 नवंबर को सभी सात हजार लाभुकों का प्रधानमंत्री आवास में सामूहिक गृह प्रवेश कराये जाने का लक्ष्य है.

इधर, पीएम आवास निर्माण कार्य की जो गति है, उस अनुसार निर्धारित तिथि में सामूहिक गृह प्रवेश कराना कठिन होगा. प्रधानमंत्री आवास योजना की ऑनलाइन एमआइएस इंट्री के अनुसार जिले भर में अब तक केवल 43 लाभुकों ने ही प्रधानमंत्री आवास का निर्माण कार्य पूर्ण किया है. शेष 6,957 आवास का निर्माण कार्य 15 नवंबर तक पूरा करना है. ग्रामीण क्षेत्रों में पीएम आवास में कुल 1,47,120 रुपये प्रत्येक लाभुक को देने का प्रावधान है. इसमें 1.20 लाख मैटेरियल, छड़ व दरवाजा समेत 15,120 रुपये मजदूरी व 12 हजार रुपये शौचालय निर्माण मद में दिया जा रहा है. लाभुकों को कार्य के अनुसार किस्तों पर सीधे बैंक खाते में राशि भेज दी जाती है.

प्रखंडवार पीएम आवास की स्थिति
प्रखंड स्वीकृत आवास अबतक
कितना बना
देवघर 806 04
देवीपुर 649 13
करौं 435 02
मधुपुर 952 01
मारगोमुंडा 695 01
मोहनपुर 10,93 03
पालोजोरी 494 11
सारठ 461 03
सारवां 719 04
सोनारायठाढ़ी 708 013496

आवास में तीसरी किस्त का भुगतान

पीएम आवास योजना में 3496 लाभुकों को तीसरी किस्त का भुगतान किया जा चुका है. इन्हें आवास की छत ढलाई कार्य के लिए तीसरी किस्त का भुगतान किया गया है. अब इसमें कितनी संख्या में छत की ढलाई लाभुकों ने की है, यह निर्धारित तिथि पर सामूहिक गृह प्रवेश में ही स्पष्ट हो पायेगा. जिले भर में डीडीसी से लेकर बीडीओ व पर्यवेक्षक तक कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं, बावजूद अब तक 46 आवास ही पूर्ण हो पाया है. पीएम आवास में कई जगह पंचायतस्तर पर अवैध वसूली की भी शिकायतें आती रही है.

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