दुखद : करोड़ों के पुल पर उग आयी हैं झािड़यां, देखनेवाला कोई नहीं
देवघर: देवघर-दुमका रेल लाइन व एनएच में निर्मित महेशमारा ओवरब्रिज पर ही इन दिनों हरित क्रांति देखने को मिल रही है. पुल के ऊपर कई जगह पेड़-पौधे उग आये हैं. करोड़ों की लागत से निर्मित इस पुल के रख-रखाव पर रेलवे गंभीर नहीं है. एप्रोच रोड से लेकर पुल के ऊपर पौधे उग आये हैं. […]
देवघर: देवघर-दुमका रेल लाइन व एनएच में निर्मित महेशमारा ओवरब्रिज पर ही इन दिनों हरित क्रांति देखने को मिल रही है. पुल के ऊपर कई जगह पेड़-पौधे उग आये हैं. करोड़ों की लागत से निर्मित इस पुल के रख-रखाव पर रेलवे गंभीर नहीं है. एप्रोच रोड से लेकर पुल के ऊपर पौधे उग आये हैं. पुल पर कई जगह मिट्टी जमा है, नियमित रूप से पुल की सफाई नहीं होने की वजह से इस मिट्टी में पौधे उग आये हैं. पुल के नीचे व एप्रोच के पास भी कई जगह पेड़-पौधे उग आये हैं. करीब 10 वर्ष पहले इस पुल का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ है.
संताल परगना के इस प्रमुख पुल से रोज हजारों की संख्या में छोटी-बड़ी वाहनें गुजरती है. इस पुल से कई वीआइपीज भी गुरते हैं, लेकिन पुल पर जिस प्रकार पेड़-पौधे उग आये हैं, उस पर किसी का शायद ध्यान नहीं गया. यही स्थिति गोड्डा मुख्य पथ स्थित मोहनपुर हाट के पास पुल पर घास उग आयी है. मोहनपुर में पुल के दोनों किनारे में लंबी दूरी तक घास है, लेकिन विभाग से पुल के रख-रखाव पर कोई ध्यान नहीं है. पथ निर्माण विभाग से 2008 में करीब ढाई करोड़ की लागत से इस पुल का निर्माण किया गया है.
तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार पुल की सफाई नियमित होनी चाहिए. पुल के ऊपरी सतह पर मिट्टी व घास होने से नमी बनी रहती है, इससे धीरे-धीरे पुल को नुकसान पहुंच सकता है व निर्धारित समय से पहले पुल कमजोर
हो जायेगा.