देवघर: सदर अस्पताल में इलाजरत रिमांड होम की बच्ची ललिता कुमारी (17) की मौत मंगलवार को हो गयी. शारीरिक रूप से कमजोर होने के कारण वह पिछले एक सप्ताह से अस्पताल में इलाजरत थी. रिमांड होम प्रबंधन ने ललिता को अस्पताल में भरती कराया था. दो दिन पहले एक यूनिट खून भी चढ़ाया गया था. रिमांड होम सूत्रों की मानें तो कमजोर व बीमार होने के कारण बराबर उसका इलाज चलता था. मूल रूप से वह जमशेदपुर की रहनेवाली थी.
रिमांड होम में कई बच्चियां हैं बीमार: सूत्रों की मानें तो रिमांड होम में गंदगी का अंबार लगा है. गंदगी के कारण दर्जनों बच्चियां बीमार है, जिनका पिछले कुछ समय से इलाज चल रहा है.
कुछ दिनों पहले एक साथ लगभग 20 बच्चियों को कमजोरी व अन्य शारीरिक समस्या के कारण रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल लाया गया था. उनमें से तीन बच्चियों को छोड़ शेष को शारीरिक रूप से कमजोर बताते हुए बेहतर इलाज कराने के लिए हायर सेंटर (रिनपास) भेजने की सलाह दी गई थी. उन्हीं बच्चियों में से एक ललिता भी थी.
– डॉ सोबान मुमरू, डीएस, सदर अस्पताल
ललिता को पटना बाल कल्याण समिति की ओर से साल भर पहले देवघर रिमांड होम भेजा गया था. एनीमिया की शिकायत पर उसे सप्ताह भर पहले सदर अस्पताल में भरती कराया गया था. दो दिन पहले उसे एक यूनिट खून भी चढ़ाया गया था. स्थिति में सुधार हो रहा था. मगर आज उसकी मौत हो गयी.
-प्रेमलता मुर्म, सुपरिटेंडेंट, रिमांड होम
सीओ अपनी देखरेख में मृत बच्ची का मेडिकल बोर्ड गठित कर पोस्टमार्टम करायें. साथ ही उसकी विडियोग्राफी कराने के बाद उसकी सीडी अनुमंडल न्यायालय में जमा करायें. इस कार्य में थाना प्रभारी व डीएस सहयोग करें.
जय ज्योति सामंता, एसडीओ