देवघरः गुरुवार को मधुपुर से सदर अस्पताल पहुंची एक गर्भवती का सिजेरियन किया गया. इसमें ऑपरेशन कर जच्च को सुरक्षित बचा लिया गया. मगर गंभीर बीमारी से ग्रसित बच्चे को बचाया नहीं जा सका. बच्चे की गर्भ में ही मौत हो चुकी थी. दरअसल मधुपुर थानातंर्गत कुलमीडीह निवासी लालचंद कापरी की पत्नी प्रमिला देवी को दिन के 11 बजे मधुपुर रेफरल में ले जाया गया. मगर वहां 10 चिकित्सकों की टीम पदस्थापित रहने के बावजूद अस्पताल में चिकित्सक की अनुपस्थिति के कारण गर्भवती का इलाज नहीं हो सका.
मजबूरी में उसे सदर अस्पताल लाने की योजना बनी. तो इसके लिए ममता वाहन बुलाने के नाम पर पीड़ित दंपति से ए ग्रेड नर्स द्वारा 200 रुपये मांगे गये. इस बात की जानकारी होते ही सीएस डॉ दिवाकर कामत ने फौरन मामले में महिला को देवघर सदर अस्पताल बुलवाया. डॉ रवि रंजन, डॉ केके सिंह व डॉ निवेदिता की टीम को प्रेरित कर सफल सिजेरियन कराया गया. हालांकि एक्सोमफोलेस नामक बीमारी से ग्रसित होने के कारण नवजात का पूर्णत: विकास न हो पाने के कारण गर्भ में ही मौत हो गई थी.
क्या कहा सीएस ने
मामला काफी गंभीर है.मधुपुर में पूरा सेटअप ( पेडीटिशियन, गाइनो, सजर्न, एनेसथेटिक आदि) रहने के बावजूद ऑपरेशन नहीं किया गया. साथ ही ए ग्रेड नर्स द्वारा पैसा मांगा गया. जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले में विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की जायेगी.
– डॉ दिवाकर कामत, सीएस