उच्च स्तरीय मेडिकल टीम का हो गठन

देवघर: जरमुंडी मामले में नाबालिग लड़की की मेडिकल रिपोर्ट सदर अस्पताल ने महिला थाने को सौंप दी. महिला थाना के थाना प्रभारी प्रफ्फुलित कुजूर के अनुसार नाबालिग की मेडिकल जांच 22 को ही हुई थी. पांच दिन बाद मेडिकल रिपोर्ट मिली है. रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है. इस बात की जानकारी मिलते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:43 PM

देवघर: जरमुंडी मामले में नाबालिग लड़की की मेडिकल रिपोर्ट सदर अस्पताल ने महिला थाने को सौंप दी. महिला थाना के थाना प्रभारी प्रफ्फुलित कुजूर के अनुसार नाबालिग की मेडिकल जांच 22 को ही हुई थी. पांच दिन बाद मेडिकल रिपोर्ट मिली है.

रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है. इस बात की जानकारी मिलते ही सामाजिक संगठन व राजनीतिक दलों में मेडिकल टीम के प्रति अविश्वास जाहिर किया है. और राज्यपाल से मांग किया है कि पीड़िता की ओर से कोई लड़ने वाला नहीं है. उसे रिमांड होम में रखा गया है.

ऐसे में उसकी ओर से सरकार लड़े और पीड़िता की मेडिकल जांच के लिए उच्च स्तरीय मेडिकल टीम का गठन हो. जिस तरह से जांच चल रही है, इससे पीड़िता को न्याय नहीं मिल पायेगा.

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