संतालपरगना : तीन सांसद व दो विधायक की प्रतिष्ठा दावं पर

देवघरः संतालपरगना की तीन लोकसभा सीटों के लिए चुनाव काफी दिलचस्प होता जा रहा है. दुमका, गोड्डा व राजमहल सीट से कुल 41 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इनमें तीन सांसद व दो विधायक चुनाव लड़ रहे हैं. इन उम्मीदवारों को उनके लोकसभा सीट पर कड़ी टक्कर मिल रही है. चुनाव के दौरान बनते बिगड़ते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2014 5:03 AM

देवघरः संतालपरगना की तीन लोकसभा सीटों के लिए चुनाव काफी दिलचस्प होता जा रहा है. दुमका, गोड्डा व राजमहल सीट से कुल 41 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इनमें तीन सांसद व दो विधायक चुनाव लड़ रहे हैं. इन उम्मीदवारों को उनके लोकसभा सीट पर कड़ी टक्कर मिल रही है. चुनाव के दौरान बनते बिगड़ते समीकरण के कारण उनकी प्रतिष्ठा दावं पर लगी है. इस कारण भाजपा, झामुमो, झाविमो, कांग्रेस, जदयू व आजसू सभी दलों ने अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए एड़ी-चोटी एक कर रहे हैं. अब झारखंड के अंतिम चरण में संताल की तीन व धनबाद लोकसभा सीट का चुनाव होना है. इसलिए सभी दलों ने संताल में ताकत झोंक दी है. स्टार प्रचारकों का रुख अब संताल की ओर हो गया है.

दुमका लोकसभा सीट

दुमका लोकसभा सीट से जो दिग्गज चुनाव मैदान में हैं उनमें दुमका लोकसभा सीट से सीटींग सांसद शिबू सोरेन, कोडरमा के सांसद बाबूलाल मरांडी, 2009 के चुनाव में गुरुजी को कड़ी टक्कर देने वाले भाजपा उम्मीदवार सुनील सोरेन इस बार भी भाजपा के प्रत्याशी हैं. इसलिए दुमका सीट पर कांटे की टक्कर है. दो पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी सुप्रीमो के बीच भाजपा के श्री सोरेन चुनावी जंग लड़ रहे हैं. वे पिछले चुनाव में महज 18812 वोट से ही चुनाव हारे थे. इसलिए भाजपा-झामुमो-झाविमो के बीच त्रिकोणीय संघर्ष के आसार हैं.

गोड्डा लोकसभा सीट

गोड्डा लोकसभा सीट पर मुकाबले में सीटींग सांसद निशिकांत दुबे(भाजपा), पोड़ैयाहाट से झाविमो विधायक प्रदीप यादव और पूर्व सांसद फुरकान अंसारी(कांग्रेस) मैदान में हैं. इन तीनों के अलावा जदयू और आजसू ने भी अपना प्रत्याशी उतारा है. जदयू से डॉ राजवर्धन आजाद और आजसू से सेवानिवृत डीआइजी सुबोध प्रसाद चुनाव लड़ रहे हैं. हालांकि अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं अधिकांश बार भाजपा और कांग्रेस के ही सांसद जीते हैं. इसलिए इस बार का मुकाबला भी काफी दिलचस्प होने वाला है.

राजमहल लोकसभा सीट

राजमहल लोकसभा सीट पर भी इस बार के चुनाव में त्रिकोणीय संघर्ष के आसार दिख रहे हैं. यहां से विधायक व राज्य सरकार में मंत्री रहे हेमलाल मुमरू भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. 2009 के चुनाव में भी भाजपा ने यह सीट जीता था. वहीं झामुमो ने इस बार विजय हांसदा और झाविमो ने डॉ अनिल मुमरू को मैदान में उतारा है. जबकि पिछली बार हेमलाल झामुमो से चुनाव लड़े थे तथा राजद ने थॉमस हांसदा, झाविमो ने सोम मरांडी व जेएचजेएम के स्टीफन मरांडी भी मैदान में थे. लेकिन इस बार का दृश्य कुछ अलग है.

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