बाजार से जांच कराने को मजबूर हैं मरीज

देवघर: सदर अस्पताल के पैथोलॉजी का बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर करीब ढ़ाई माह से खराब पड़ा है. इससे अस्पताल के मरीजों की एलएफटी (लीवर फंक्शन टेस्ट) सहित केएफटी (किडनी फंक्शन टेस्ट), ब्लड सूगर, सोडियम-पोटाशियम (इलेक्ट्रोलाइटिक) व लिपिट प्रोफाइल जांच नहीं हो पा रही है. अस्पताल द्वारा मरीजों को एसआरएल व अन्य बाहर के पैथोलॉजी में भेज दिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2017 9:45 AM
देवघर: सदर अस्पताल के पैथोलॉजी का बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर करीब ढ़ाई माह से खराब पड़ा है. इससे अस्पताल के मरीजों की एलएफटी (लीवर फंक्शन टेस्ट) सहित केएफटी (किडनी फंक्शन टेस्ट), ब्लड सूगर, सोडियम-पोटाशियम (इलेक्ट्रोलाइटिक) व लिपिट प्रोफाइल जांच नहीं हो पा रही है. अस्पताल द्वारा मरीजों को एसआरएल व अन्य बाहर के पैथोलॉजी में भेज दिया जाता है.

बाहर के पैथोलॉजी में उक्त जांच कराने में मरीजों को अधिक शुल्क चुकाना पड़ता है. ऐसे में मरीजों को काफी कठिनाई हो रही है. इससे पहले प्रभात खबर में 30 अगस्त को समाचार छपने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने गंभीरता दिखायी थी और टेक्नीशियन से संपर्क किया था. 11 सितंबर को टेक्नीशियन सदर अस्पताल पहुंचे थे और बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर की जांच कर पार्टस का आर्डर मुंबई भेजा था. इसके लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा उसे 15000 रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है.

बावजूद अब तक बायोकेमिस्ट्रि एनालाइजर का पार्टस नहीं पहुंचा है. इस कारण उपकरण ठीक नहीं हो सका है. इससे अस्पताल में मरीजों की कई महत्वपूर्ण जांच नहीं हो पा रही है. जानकारी हो कि सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए गरीब तबके के मरीज पहुंचते हैं. इस संबंध में पूछे जाने पर पैथोलॉजी द्वारा बताया गया कि अब तक टेक्निशियन से संपर्क नहीं हो सका है.

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