लाठी के भरोसे जवान

नक्सली हमले की सूचना के बाद आर्म्स थाने में है जमामधुपुर : गिरिडीह-मधुपुर ट्रेन में रेल पुलिस ने लाठी लेकर स्काउट चालू कर दिया है. इसके लिये 10 जवानों की तैनाती की गयी है. मधुपुर रेलवे स्टेशन नक्सलियों के निशाने पर होने की खुफिया रिपोर्ट के बाद ट्रेन से हथियारबंद स्काउट पार्टी को रेल प्रशासन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:31 PM

नक्सली हमले की सूचना के बाद आर्म्स थाने में है जमा
मधुपुर : गिरिडीह-मधुपुर ट्रेन में रेल पुलिस ने लाठी लेकर स्काउट चालू कर दिया है. इसके लिये 10 जवानों की तैनाती की गयी है. मधुपुर रेलवे स्टेशन नक्सलियों के निशाने पर होने की खुफिया रिपोर्ट के बाद ट्रेन से हथियारबंद स्काउट पार्टी को रेल प्रशासन ने हटा लिया है.

ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. स्काउट करनेवाले पुलिसकर्मी स्वयं डरे हुए व असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.

अब तक तैनाती नहीं

ट्रेन में कुछ वर्षो में हथियार से लैस अपराधियों ने कई बार डकैती व लूट की घटना को अंजाम देकर दहशत फैलाया है. इसके बाद रेलवे प्रशासन ने आरपीएसएफ व जीआरपी के संयुक्त हथियारबंद दस्ता द्वारा ट्रेन में गश्ती प्रारंभ कराया था. लेकिन, गत नवंबर माह से गुजरात चुनाव के बहाने आरपीएसएफ को हटा लिया गया.

इधर, आरपीएसएफ के हटते ही अपराधियों ने जनवरी माह में ट्रेन में डकैती की घटना को अंजाम दे दिया. अब जीआरपी ने भी हथियारबंद दस्ता को वापस ले लिया है. ऐसे में गिरिडीह-मधुपुर रेलखंड पर तरह-तरह के प्रश्न उठ रहे हैं. रात को इस रास्ते से सफर करने को लेकर यात्रियों में भय है.

वरीय अधिकारियों द्वारा जीआरपी बैरक व थाना में मोरचा बनाने का निर्देश ये गया था. थाना में मोरचा भी बना है. मगर, आरपीएफ व जीआरपी के सभी हथियार हटा लिये गये. ऐसे में मोरचा पर लगे लाठीधारी जवान अपराधियों व नक्सलियों के हमले से कैसे बचेंगे. साथ ही एक बड़ा सवाल यह है कि हथियारों की सुरक्षा ज्यादा जरूरी है या फिर जवानों व यात्रियों की. अगर हथियार ही नहीं रहेंगे, तो फिर इनकी सुरक्षा कैसे होगी.

Next Article

Exit mobile version