फ्रिजर में दूध व पानी रखने के मामले को सीएस ने नकारा

देवघर: देवघर के रीजनल वैक्सीन स्टोर के फ्रीजर में पीने का पानी व दूध की बोतल रखने के मामले को सीएस ने नकार दिया है. जांच के लिए सिविल सर्जन व डीआरसीएचओ ने आरोप लगाने वाले यूएनडीपी के संताल परगना प्रक्षेत्र के परियोजना अधिकारी मृत्युंजय राठौर को बुलाया तो वे सामने नहीं आये. राठौर के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2017 9:25 AM

देवघर: देवघर के रीजनल वैक्सीन स्टोर के फ्रीजर में पीने का पानी व दूध की बोतल रखने के मामले को सीएस ने नकार दिया है. जांच के लिए सिविल सर्जन व डीआरसीएचओ ने आरोप लगाने वाले यूएनडीपी के संताल परगना प्रक्षेत्र के परियोजना अधिकारी मृत्युंजय राठौर को बुलाया तो वे सामने नहीं आये. राठौर के असहयोगात्मक रवैये से नाराज सिविल सर्जन ने अपनी रिपोर्ट झारखंड यूएनडीपी के वरीय परियोजना पदाधिकारी सह स्टेट आरसीएच पदाधिकारी प्रेम कमल को भेज दी है.

इसकी प्रतिलिपि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख को भी भेजी है. इस संबंध में सिविल सर्जन ने अपने कार्यालय के ज्ञापांक 1890 द्वारा भेजे गये पत्र में जिक्र किया है कि फ्रीजर में रखे दूध व पानी के बोतल की फोटोग्राफ की छायाप्रति क्षेत्रीय टीका भंडार देवघर से संबंधित नहीं है. वहीं डीआरसीएचओ ने सीएस को पत्र भेज कर क्षेत्रीय टीका भंडार देवघर के फ्रीजर में दूध व पानी बोतल रखने के मामले से अनभिज्ञता जाहिर की है.

30 अगस्त को राठौर ने क्षेत्रीय टीका भंडार में घटी घटना व अनियमितता की सूचना सीएस को नहीं दी, जो मनमाने रूप से कार्य करने और असंयमपूर्ण आचरण का द्योतक है. यूनिसेफ में भी राठौर यहां वर्षों कार्यरत रहे. उस अवधि के कई सीएस द्वारा उनके मनमाने क्रियाकलापों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए विभागीय अधिकारियों को पत्र भेजी गयी थी. जानकारी हो कि परियोजना अधिकारी राठौर ने आरोप लगाया था कि रीजनल वैक्सीन स्टोर के फ्रीजर में वैक्सीन स्टोर के क्षेत्रीय तकनीकी सहायक संजय कुमार द्वारा टेंप्रेचर लॉगर स्टॉल करने नहीं दिया गया. इस दौरान संजय ने आपा खो दिया और दरवाजा बंद करते हुए उन्हें यह कहा कि एमडी व डीआइसी का पत्र लाए बिना टेंप्रेचर लॉगर लगाने नहीं देंगे.

फ्रीजर में पानी व दूध की बोतल रखे रहने के वजह से ही उन्हें रोकने की कोशिश की गयी थी. वैक्सीन स्टॉक रजिस्टर मांगे जाने पर भी राठौर के साथ बदसलूकी की गयी थी. इस संबंध में परियोजना अधिकारी राठौर ने सीनियर यूएनडीपी प्रेम कमल को शिकायत की थी. प्रेम कमल ने 30 अगस्त को स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख को अनुशंसा कर दी थी. निदेशक प्रमुख ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी. उक्त जांच कमेटी में जिले के सिविल सर्जन डॉ एससी झा व डीआरसीएचओ डॉ सुधीर प्रसाद को रखा गया था.

फोटो की असलियत बताएं सीएस

क्षेत्रीय टीका भंडार के फ्रीजर में दूध व पानी बोतल रखे जाने की फोटो आरोप लगाने वाले ने राज्य के यूएनडीपी वरीय परियोजना पदाधिकारी प्रेम कमल को भेजी थी, जो विभाग के निदेशक प्रमुख ने सीएस को उपलब्ध कराया था. उक्त फोटो की असलियत क्या है, उसे सिविल सर्जन ही बता सकते हैं.

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