नो इंट्री से मतलब नहीं, हम वसूलेंगे शुल्क

शिवगंगा तट पर प्रशासन ने लगायी है नो इंट्री, नगर निगम को चाहिए ठहराव शुल्क देवघर : शहर में एक ही जगह पर प्रशासन और निगम दोनों के अलग-अलग नियम चल रहे हैं तथा दोनों के बीच वाहन चालक पिस रहे हैं. दरअसल शिवगंगा तट को प्रशासन ने नो इंट्री जोन घोषित किया हुआ है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2017 5:43 AM

शिवगंगा तट पर प्रशासन ने लगायी है नो इंट्री, नगर निगम को चाहिए ठहराव शुल्क

देवघर : शहर में एक ही जगह पर प्रशासन और निगम दोनों के अलग-अलग नियम चल रहे हैं तथा दोनों के बीच वाहन चालक पिस रहे हैं. दरअसल शिवगंगा तट को प्रशासन ने नो इंट्री जोन घोषित किया हुआ है. इसके लिए मातृ मंदिर स्कूल चौक के पास बेरिकेडिंग लगायी गयी है. भीड़ के दिनों में वाहनों को प्रवेश से रोकने के लिए पुलिस बल भी तैनात रहती है. वहीं दूसरी ओर इस क्षेत्र में निगम शुल्क वसूल कर वाहनों को प्रवेश करा रहा है. वाहनों के प्रवेश करने के बाद जब यातायात पुलिस पहुंचती है,
तो वह श्रद्धालुओं के वाहन से जुर्माना वसूलती है. अब वाहन चालक क्या करे. एक शुल्क वसूल रहा, तो दूसरा जुर्माना. उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा है कि जिला प्रशासन या नगर निगम दोनों में से कौन सही है. दरअसल शिवगंगा तट के मुख्य पथ पर पं विनोदानंद झा संस्कृत विद्यालय व मातृमंदिर उच्च विद्यालय दो बालिका विद्यालय है. लड़कियों की परेशानी को देखते हुए इसे नो इंट्री जोन बनाया गया है.
शिवगंगा तट पर नगर निगम को ठहराव शुल्क देने के बाद भी वसूला जाता नो इंट्री का जुर्माना
बाहर से आने वाले वाहन चालकों को झेलनी पड़ती है बेवजह परेशानी
शिवगंगा के बगल में है मंदिर थाना
शिवगंगा तट के उत्तरी छोर पर मंदिर थाना है. थाना के बगल में भी गाड़ियां लगी रहती हैं. वह भी गाड़ी को अवैध पार्किंग पर रोक लगाने में ध्यान नहीं देती है. इसका खामियाजा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को उठाना पड़ता है.
निगम लेती है दो बार टैक्स
निजी गाड़ी से बाबाधाम पूजा-अर्चना करने आये श्रद्धालुओं से निगम दो बार टैक्स वसूल रही है. एक बार प्रवेश शुल्क व दूसरी बार पार्किंग शुल्क ले रही है. देवघर स्टेशन पुल के पास प्रति गाड़ी 50 रुपये प्रवेश शुल्क के नाम पर टॉल टैक्स के रूप में वसूल रही है. पुन: बम बम बाबा पथ में नगर निगम पार्किंग शुल्क वसूल रही है. इंट्री टैक्स के रूप में दो तरह का रेट रखा गया है. इसमें छोटी गाड़ियों से 40 रुपये व बड़ी गाड़ियों से 100 रुपये लिया जाता है.
कहते हैं बाहर से आये श्रद्धालु
बड़हिया निवासी नवीन सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार जगह-जगह केवल टैक्स वसूल रही है. सुविधा कुछ भी नहीं है. गाड़ी ठहराव की कोई व्यवस्था नहीं है. पेयजल के लिए तरसते हैं. अब बाबाधाम अपने वाहन से नहीं आयेंगे.
मुजफ्फरपुर निवासी अभिनंदन कुमार ने कहा कि बाबाधाम में टैक्स के नाम पर नगर निगम लूट रही है. यह श्रद्धालुओं के साथ अन्याय है. झारखंड सरकार को इस पर रोक लगानी चाहिए. ठहराव शुल्क लेने के बाद भी जुर्माना काट दिया जाता है.
क्या है नियम
एक गाड़ी से एक ही बार टैक्स वसूला जा सकता है. दो बार लेना कानूनन अपराध है. बाबाधाम में ठहराव करनेवाली गाड़ी से ही टॉल टैक्स वसूलने का प्रावधान है. जिस गाड़ी से टॉल टैक्स लिया जा चुका है. उससे निगम दो बार टैक्स नहीं ले सकती है.
क्या कहते हैं सीइअो
नगर निगम सीइओ संजय कुमार सिंह ने कहा कि हमलोग केवल ठहराव शुल्क ले रहे हैं. यदि नो इंट्री जोन है, तो प्रवेश मत करें. हम लोग प्रवेश करने के लिए दबाव नहीं बनाते हैं. ठहराव करने पर पानी, बिजली व सफाई में खर्च आता है, इसलिए ठहराव शुल्क लेते हैं.

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