नवजात की मौत, सात दिनों से कोमा में प्रसूता
बेहोशी में ही पीएमसीएच के डॉक्टरों ने कराया प्रसव गोड्डा के दिपना गांव में है ससुराल धनबाद/देवघर : पीएमसीएच में भर्ती देवघर के पालोजोरी निवासी प्रदीप सिंह की पत्नी रीना देवी (20) सात दिनों से कोमा में हैं. बेहोशी में ही डॉक्टरों ने रीना का प्रसव कराया. प्रसव के दूसरे दिन नवजात ने दम तोड़ […]
बेहोशी में ही पीएमसीएच के डॉक्टरों ने कराया प्रसव
गोड्डा के दिपना गांव में है ससुराल
धनबाद/देवघर : पीएमसीएच में भर्ती देवघर के पालोजोरी निवासी प्रदीप सिंह की पत्नी रीना देवी (20) सात दिनों से कोमा में हैं. बेहोशी में ही डॉक्टरों ने रीना का प्रसव कराया. प्रसव के दूसरे दिन नवजात ने दम तोड़ दिया. वहीं रीना आइसीयू में भर्ती मौत से जूझ रही है. रीना की तबीयत हर दिन खराब होती चली जा रही है. दूसरी ओर, परिजनों के पास बाहर इलाज के लिए भी पैसे नहीं है. परिजन व संबंधी पैसे मांग कर यहां रीना का इलाज कर रहे हैं. रीना की ससुराल गोड्डा जिले के दिपना में है. उसका मायके देवघर के पालोजोरी में है.
क्या है मामला
रीना के पति प्रदीप ने बताया कि 14 नवंबर को प्रसव के लिए गोड्डा के सदर अस्पताल में ले जाया गया था, लेकिन रीना की तबीयत काफी खराब हो गयी थी. वह बार-बार बेहोश हो जा रही थी. 15 तारीख को रीना को पीएमसीएच के लिए रेफर कर दिया. 15 नवंबर को बेहोशी में चिकित्सकों ने प्रसव कराया. 16 नवंबर को नवजात ने एनआइसीयू में दम तोड़ दिया. दूसरी ओर प्रसव के बाद रीना को होश नहीं आया और वह कोमा में चली गयी. उसकी स्थिति गंभीर होती चली जा रही है. इधर, चिकित्सकों का कहना है कि महिला की तबीयत पहले से खराब थी. कोमा में होने के कारण ज्यादा चिकित्सक भी नहीं बता पा रहे हैं.