युवकों से मारपीट व अस्पताल में तोड़फोड़ का केस, वीडियो फुटेज खंगाल रही पुलिस

देवघर: सदर अस्पताल में घायल का इलाज कराने आये दो युवकों के साथ मारपीट व अस्पताल में तोड़-फोड़ मामले में एएसआइ डीके सिंह के प्रतिवेदन पर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें उपद्रव करने वाले अज्ञात 40-50 लोगों को आरोपित बनाया गया है. इन आरोपितों में से एक को नगर पुलिस ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2017 12:06 PM
देवघर: सदर अस्पताल में घायल का इलाज कराने आये दो युवकों के साथ मारपीट व अस्पताल में तोड़-फोड़ मामले में एएसआइ डीके सिंह के प्रतिवेदन पर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें उपद्रव करने वाले अज्ञात 40-50 लोगों को आरोपित बनाया गया है. इन आरोपितों में से एक को नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वहीं अन्य आरोपितों की पहचान के लिए नगर पुलिस अस्पताल का वीडियो फुटेज खंगाल रही है. वीडियो फुटेज से पुलिस ने करीब एक से डेढ़ दर्जन आरोपितों की पहचान भी कर ली है.

इस संबंध में नगर थाना कांड संख्या 751/17 भादवि की धारा 147, 148, 149, 341, 323, 353, 307 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस पड़ताल में जुटी है. बता दें कि बुधवार की दोपहर में देवघर महाविद्यालय परिसर में दुर्घटना में हुए घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाने वाले दो युवकों पर जानलेवा हमला कर मारपीट की गयी थी. साथ ही अस्पताल में तोड़-फोड़ किया गया था.

क्या है प्राथमिकी में
प्राथमिकी में जिक्र है कि घायल मुकेश यादव के मृत होने संबंधी डॉक्टर की ओडी स्लिप पाकर सदर अस्पताल पहुंचा, जहां परिजनों का इंतजार कर रहा था. इसी बीच करीब 40-50 की संख्या में पहुंचे आक्रोशित लोग घायलों को साथ लेकर आये दो युवकों पर टूट पड़े. आक्रोशितों को समझाने-बुझाने का प्रयास करने पर भी फाइट-मुक्का, लात, घूंसा, ईंट व पत्थर से हमला कर उन दोनों युवकों को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड व कार्यालय में तोड़फोड़ की गयी. वहीं बीच-बचाव करने पर एएसआइ सिंह के साथ भी आरोपितों ने धक्का-मुक्की की. इसके बाद वे सभी भाग गये. बाद में पता चला कि सड़क दुर्घटना में देवघर कॉलेज के पास ब्रह्मदेव महथा घायल हुआ था, जिसकी मौत हो गयी. हंगामा करने वाले भी सभी देवघर कॉलेज के आसपास के हैं. प्राथमिकी में यह भी जिक्र है कि सभी उपद्रवी बजरंगी का नाम लेकर नारेबाजी कर रहे थे और उनलोगों के वाहनों पर बजरंगी के नाम का स्टीकर भी लगा था.

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