छह साइबर ठग को किया गिरफ्तार

कार्रवाई. जरमुंडी व मारगोमुंडा पुलिस ने की अलग-अलग छापेमारी जरमुंडी पुलिस ने आरोपितों के पास से 26 हजार नकद, 10 मोबाइल व सिम किया बरामद जरमुंडी थाना के कटिंबा निवासी पंचावती देवी के खाते से उड़ाये थे 14 हजार रुपये फर्जी बैंक अधिकारी बता कर महिलाओं के खाते से उड़ाते थे राशि मारगोमुंडा/बासुकिनाथ : गुप्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2017 4:18 AM

कार्रवाई. जरमुंडी व मारगोमुंडा पुलिस ने की अलग-अलग छापेमारी

जरमुंडी पुलिस ने आरोपितों के पास से 26 हजार नकद, 10 मोबाइल व सिम किया बरामद
जरमुंडी थाना के कटिंबा निवासी पंचावती देवी के खाते से उड़ाये थे 14 हजार रुपये
फर्जी बैंक अधिकारी बता कर महिलाओं के खाते से उड़ाते थे राशि
मारगोमुंडा/बासुकिनाथ : गुप्त सूचना के आधार पर मारगोमुंडा व जरमुंडी पुलिस ने थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग इलाके में छापेमारी कर छह साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. मामले में जहां मारगोमुंडा पुलिस ने थाना क्षेत्र के मुरलीपहाड़ी में छापेमारी कर 30 हजार रुपये नकद के साथ दो को पकड़ा है. वहीं जरमुंडी पुलिस ने भी मारगोमुंडा थाना स्थित केंदुवाटांड़ में छापेमारी कर चार को गिरफ्तार किया है.
जानकारी के मुताबिक जरमुंडी थाना क्षेत्र के कटिंबा गांव निवासी पंचावती देवी के बैंक खाते से साइबर अपराधियों ने बैंक मैनेजर बनकर 14 हजार रुपये उड़ा लिए थे. पीड़िता का बैंक खाता भारतीय स्टेट बैंक नोनीहाट में है. पुलिस निरीक्षक विष्णुदेव चौधरी ने शुक्रवार को बताया कि पीड़िता को साइबर अपराधी ने मैनेजर बन कर मोबाइल पर एटीएम का कार्ड नंबर प्राप्त किया. पीड़िता से ओटीपी व पिन नंबर की जानकारी लेकर राशि उसके बैंक खाते से निकासी कर ली. साइबर डीएसपी श्रीराम समद ने बताया कि पीड़िता से पूछताछ व छानबीन के बाद चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपित देवघर जिला के मारगोमुंडा थाना स्थित केंदुवाटांड़ गांव के रहनेवाले हैं. गिरफ्तार तिलक कुमार मंडल, मिथुन कुमार मंडल, जितेंद्र कुमार मंडल व राजकुमार मंडल के पास से 26 हजार रुपये नकद, 10 मोबाइल व सिम बरामद किया गया है.
इंटरनेट बैकिंग के जरिये उड़ाता था खाते से राशि
पुलिस ने बताया कि साइबर अपराध में इस्तेमाल सिम को भी बरामद कर लिया गया है. मिथुन मंडल के एंड्रायड मोबाइल में से कई महिला का भी फोटो मिला है. इसमें वह महिला को फांस कर उसके खाते से पैसे निकाल लेने का षड़यंत्र करता था. साइबर अपराधी के खाते में इंटरनेट बैंकिंग के द्वारा ही रुपये जमा करते थे. ज्ञात हो कि इलाके में साइबर अपराध में अनेक युवक संलिप्त हैं. पुलिस प्रशासन व बैंक द्वारा बार-बार खाताधारियों को अपने बैंक खाता से संबंधित जानकारी फोन पर किसी को नहीं देने की चेतावनी के वावजूद भी लोग साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस कर शिकार हो रहे हैं. क्षेत्र में अशिक्षा व बैकिंग जागरूकता के अभाव में लगातार इस तरह की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. बैंक द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है.

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