अब खुलेआम बालू की तस्करी

दुस्साहस. बालू घाटों की नीलामी रद्द किये जाने के बाद अवैध खनन तेज देवघर : पिछले वर्ष मॉनसून सत्र में नदियों से बालू खनन करने के आरोप में जिले के 24 बालू घाटों की नीलामी डीसी राहुल कुमार सिन्हा के द्वारा रद्द कर दी गयी है. इसमें नौ बालू घाटों की नीलामी पहले ही रद्द […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2017 4:49 AM

दुस्साहस. बालू घाटों की नीलामी रद्द किये जाने के बाद अवैध खनन तेज

देवघर : पिछले वर्ष मॉनसून सत्र में नदियों से बालू खनन करने के आरोप में जिले के 24 बालू घाटों की नीलामी डीसी राहुल कुमार सिन्हा के द्वारा रद्द कर दी गयी है. इसमें नौ बालू घाटों की नीलामी पहले ही रद्द की गयी है व 15 बालू घाटों की नीलामी नौ दिसंबर को डीसी ने रद्द की. कहा गया है कि पर्यावरणीय कमेटी की जांच में बालू खनन में पर्यावरण स्वीकृति लीजधारकों द्वारा नहीं ली गयी थी. इधर, जैसे ही बालू घाटों की नीलामी रद्द हुई, वैसे ही जिले भर में नदियों से बालू का अवैध खनन तेज हो गया है.
सुबह से ही बालू का अवैध खनन शुरू कर खुलेआम तस्करी की जा रही है. जिले से गुजरने वाली अजय नदी के पुनासी घाट, तेतरिया घाट, नवाडीह घाट, पतारडीह घाट, बैंगी विशनपुर, खसपेका घाट, दोरही घाट व चांदडीह घाट से बालू का खनन कार्य चल रहा है. देवीपुर प्रखंड में पतरो नदी के बुढ़ई घाट, कसाठी घाट समेत अन्य घाटों से बालू का खनन धड़ल्ले से चल रहा है.
सुबह तीन बजे से शुरू हो जाती है अवैध ढुलाई
प्रखंड के अजय व कदई नदी के दर्जनों बालू घाट से सुबह तीन बजे से ही अवैध रूप से बालू का खनन व तस्करी शुरू हो जाती है. सारवां क्षेत्र में सुबह तीन बजे से अजय नदी के पहारिया, भैयाडीह, नारंगी, नावाडीह, जियाखाडा, मानजोरी, असहना, सिरसा, बसवरिया, पथरलेरा, बलीडीह, राजदाहा, दलदली आदि घाटों से बालू का खनन होता है. महतोडीह के पास नदी से बालू माफिया खुलेआम एक दिन में 100 से अधिक ट्रैक्टर बालू का खनन करवाते हैं, पुलिस व प्रशासन भी इसमें कोई कदम नहीं उठाता है. सारवां क्षेत्र में बालू का अधिकांश खनन सुबह तीन से छह बजे तक होता है. बालू माफिया उंची कीमत पर पीएम आवास व शौचालय निर्माण के लिए बालू बेचते हैं.

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