फसल बीमा में किसानों को रुचि नहीं

देवघर में 10 फीसदी किसानों ने भी नहीं कराया रबी फसल का बीमा पिछले वर्षों के फसलों की क्षतिपूर्ति का भुगतान नहीं 31 दिसंबर तक है बीमा की अंतिम तिथि देवघर : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में जिले के जिन किसानों ने खरीफ फसल में धान की फसल का बीमा कराया था व तेज बारिश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2017 6:13 AM

देवघर में 10 फीसदी किसानों ने भी नहीं कराया रबी फसल का बीमा

पिछले वर्षों के फसलों की क्षतिपूर्ति का भुगतान नहीं
31 दिसंबर तक है बीमा की अंतिम तिथि
देवघर : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में जिले के जिन किसानों ने खरीफ फसल में धान की फसल का बीमा कराया था व तेज बारिश के बाद जिनकी फसलें बर्बाद हुई, उन किसानों को बीमा की राशि का भुगतान अब तक नहीं हुआ है. ऐसी परिस्थिति में किसानों का फसल बीमा से उम्मीदें टूटने लगी है. यही वजह है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी फसल का बीमा कराने में किसान रुचि नहीं दिखा रहे हैं. सहकारिता विभाग से 31 दिसंबर तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी फसल व सब्जियों का बीमा कराने की अंतिम तिथि है, लेकिन 26 दिसंबर तक 10 फीसदी किसानों ने भी बीमा नहीं कराया है.
इससे स्पष्ट हो रहा है कि किसानों की रुचि फसल बीमा में धीरे-धीरे घटने लगी है. सहकारिता विभाग से जिले के पैक्स अध्यक्षों को फसल बीमा कराने की जिम्मेवारी दी गयी थी. पैक्स अध्यक्षों को प्रति किसानों के बीमा में कमिशन भी निर्धारित है. पैक्स अध्यक्ष के प्रयास के बाद भी किसान बीमा कराने के लिए इच्छुक नहीं है.
गेहूं व आलू के नुकसान पहुंचने की रहती है आशंका
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में गेहूं 330 रुपये प्रति एकड़, चना 180 रुपये प्रति एकड़, आलू 2,142 रुपये प्रति एकड़ व सरसों 180 रुपये प्रति एकड़ राशि निर्धारित की गयी है. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, ठंड में कोहरा से आलू की फसल को भारी नुकसान पहुंचने की संभावना बनी रहती है, अगर गेहूं में दाना आ गया व इस बीच बारिश हो गयी, तो भारी नुकसान गेहुं को पहुंच सकता है.
खरीफ में कितने किसानों को धान की हुई क्षति
प्रखंड किसानों की संख्या
मोहनपुर 228
सारठ84
पालोजोरी 09
सोनारायठाढ़ी 09
सारवां05
करौं04
देवघर 03
पैक्सों द्वारा रबी फसल में बीमा कराये जाने के बाद प्रीमियम राशि को-ऑपरेटिव बैंक में जमा करना है. रबी में अपेक्षा के अनुसार किसान बीमा कराने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं. बीसीओ को निर्देश दिया गया है कि पैक्स अध्यक्ष से मिल कर अधिक से अधिक किसानों का बीमा करायें. बीमा कराने में कृषक मित्रों को भी सहयोग के लिए कहा गया है.
– सुशील कुमार, डीसीओ, देवघर

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